न्यूज 127.
अवैध रूप से कॉल सेन्टर संचालित कर लोगों से धोखाधडी करने वाले 08 अभियुक्तों को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के सभी अभियुक्त महाराष्ट्र, पश्चिमी बंगाल, गुजरात व बिहार के रहने वाले हैं। सम्बन्धित राज्यों में भी गिरोह के कनेक्शन पुलिस खंगाल रही है। अभियुक्तगणों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4)/61(1)बी/111 भारतीय न्याय संहिता में अभियोग पंजीकृत किया गया है। संगठित अपराध करने वाले अपराधियों के विरुद्ध पहली बार भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 का अभियोग पंजीकृत किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को गोपनीय माध्यम से राजपुर क्षेत्र आईटी पार्क के पास स्थित सायनोटेक बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालित होने तथा उक्त कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी लोगों को कॉल कर उनसे ठगी किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिस पर एसएसपी देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक नगर तथा क्षेत्राधिकारी मसूरी के नेतृत्व में 02 अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
गठित टीम द्वारा दिनाँक 07-08/08/2024 की रात्रि में राजपुर क्षेत्रान्तर्गत आई0टी0 पार्क में उक्त अवैध कॉल सेन्टर (ग्लोबल टेक एनर्जी सॉल्यूशन) पर दबिश दी गई तो मौके पर एक बडे हॉल में लगभग 100 केबिन का एक कॉल सेन्टर का संचालन किया जा रहा था, जहां पर अलग-अलग कैबिनों में बैठे युवक/युवतियों द्वारा सिस्टमों के माध्यम से कॉले अटैण्ड की जा रही थी, जो स्वंय को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का प्रतिनिधि बताकर लोगों से उनके कम्पयूटर सिस्टम से हैकिंग हटाने के नाम पर उनके बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। मौके पर पुलिस द्वारा उक्त कॉल सेन्टर संचालित कर रहे 08 लोगों को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में उन्होंने अपने नाम मीहिर आश्विन भाई पटेल पुत्र आश्विन भाई पटेल, ललित उर्फ रोडी पुत्र अशोक कुमार, आमीर सुहेल पुत्र अब्दुल वाहब, मनोज मीरपुरी पुत्र चन्दू, अंकित सिंह पुत्र अशोक कुमार सिंह, कौशिक जाना पुत्र विकास जाना, शिवम दुबे पुत्र अश्विन कुमार दुबे, गोस्वामी हेत भारती पुत्र राजेश भाई बताया।
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त मिहिर अश्वनी भाई व ललित उर्फ रोडी द्वारा बताया कि उनके द्वारा उक्त फर्जी कॉल सेन्टर संचालित किया जा रहा है, जिसमें वे लोग यू0एस0ए0 व कनाडा के लोगो को टारगेट करते है, उनके द्वारा लोगो से सम्पर्क कर स्वंय को इंटरनेशनल एन्टी हैकिंग एजेन्सी का अधिकारी बताकर उनके कम्प्यूटर सिस्टम के हैक होने तथा किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा उसका एक्सेस प्राप्त कर इस्तेमाल किये जाने की जानकारी दी जाती है तथा उसे ठीक करने के लिये उन्हें पॉप अप मैसेज के माध्यम से उनके सिस्टमों का एक्सेस प्राप्त किया जाता है तथा उनके सिस्टमों का कन्ट्रोल लेकर उनके बैक खाते से एनटीहैकिग सर्विस के नाम पर स्कैम किया जाता है।
पॉप अप मैसेजो को उनकी एक अन्य टीम, जो यू0एस0ए0 में है, के द्वारा भेजा जाता है तथा उक्त टीम द्वारा ही पॉप अप कैम्पेन को रन करते हुए पैसो के लेन-देन का हिसाब रखा जाता है तथा धोखाधड़ी से FITH THIRD BANK के माध्यम से पैसों का लेन देन कर प्राप्त पैसो को हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाता है। हमारे द्वारा भेजे गये पॉप अप मैसेजो के दिये नम्बर से ग्राहक हमसे सम्पर्क करते है। लोगो के सिस्टमों का रिमार्ट एक्सेस लेने के लिये अभियुक्त QUICK ASSIST, LOGMEIN, GO SHARE, TINY URL आनलाईन एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते है तथा काल रिसिव करने के लिये EYEBEAM, ASIA ONE जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते है, साथ ही आउट बाउन्ड काल करने के लिये 2 LINE, TALK TONE जैसे आनलाईन एप्प का इस्तेमाल किया जाता है।
मौके पर पुलिस टीम द्वारा केबिनो मे लगे लैपटॉप तथा डैस्कटॉप को चैक करने पर उनकी स्क्रीन पर EYEBENM एप्प का उपयोग किया जाना तथा मिसड/ डाइल कॉलों में विदेशी नम्बरों का होना पाया गया, साथ ही कुछ लेपटॉपो पर अलग-अलग एप्लीकेशन के माध्यम से पैसो के लेने देने से सम्बन्धित विवरण प्राप्त हुए। मौके पर पुलिस टीम द्वारा सभी उपकरणो को सील करते हुए कॉल सेन्टर संचालित करने वाले सभी 08 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।