देहरादून से पूरे देश में चला रहे थे साइबर ठगी का नेटवर्क, पुलिस ने किया खुलासा




योगेश शर्मा.
उत्तराखंड एसटीएफ ने बुधवार को देहरादून में दो स्थानों पर छापेमारी कर वहां चल रहे अवैध कॉल सेंटर का खुलासा किया। एक छापेमारी थाना पटेलनगर क्षेत्र में की गई जबकि दूसरी छापेमारी बसंत विहार मंे की गई। पुलिस ने बसंत विहार में छापेमारी के बाद दो युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया जिसका इस्तेमाल वह ठगी में करते थे।

पुलिस के मुताबिक 27 जुलाई 2022 को एसटीएफ उत्तराखंड को सूचना प्राप्त हुई कि प्रधानमंत्री योजना के नाम पर आधार कार्ड से लोन दिलाना जिस पर मात्र 1 प्रतिशत ब्याज व 50 प्रतिशत की छूट का झांसा दिया जा रहा है। इसके अलावा मोबाइल टावर अपनी जमीन पर लगवाने के नाम पर ज्यादा से ज्यादा किराया दिलाने, विभिन्न प्रकार की घर बैठे बैठे नौकरी देने के नाम पर इन फर्जी कॉल सेंटर से झांसा दिया जाता है।

फर्जी कॉल सेंटर चला रहे लोग उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर और इंश्योरेंस के नाम पर सर्विस टैक्स, सिक्योरिटी मनी के नाम से अलग-अलग समय पर मिलाकर करीब 40 से 50 हजार रूपये की ठगी कर रहे हैं।

मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने खुलासे को लेकर सी. ओ. अंकुश मिश्रा के नेतृत्व में एसटीएफ व साइबर टीम का गठन किया गया और विभिन्न स्थानों पर रेड की गई। पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा दिल्ली से एक टेक्स्ट बल्क मैसेज अलग-अलग राज्यों में अपने फर्जी नंबर देकर कई हजार लोगों को सेंड कराया जाता है। जिसमें उनके द्वारा दिए गए नंबरों पर पीड़ित व्यक्तियों के द्वारा कॉल किया जाता है और वो उन्हें लैपटॉप में फर्जी उनके लोन के दस्तावेज बनाकर सेंड कर देते हैं और वह इन दस्तावेजों के झांसे में आकर हमें प्रथम बार में रजिस्ट्रेशन के नाम पर 600 से एक हजार रुपए फिर इंश्योरेंस के नाम पर 10 से 15 हजार रूपये, टैक्स सर्विस के नाम पर 10 हजार रूपये, सिक्योरिटी मनी के नाम से 10 से 15 हजार रूपये अपने फर्जी अकाउंट में जमा करा लेते हैं।

उसके बाद उनसे अलग अलग झांसे देकर जो रकम दे सकता है, वह ले लेते ह।ैं कस्टमर के ज्यादा कॉल करने पर वह नंबर स्विच ऑफ कर देते हैं या उससे हफ्ता 10 दिन की मांग करते हैं। यह कार्य विगत कुछ माह से चल रहा था। जिसमें पूरे भारतवर्ष से लगभग हजारों लोगों को ठगा गया है और 70 से 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी की संभावना है। यह कॉल सेंटर अनुराग चौक के पास बीएफसी रेस्टोरेंट की उपरी मंजिल में थाना वसंत विहार में चल रहा था।

गिरफ्तार अभियुक्तों में दीपक राज शर्मा पुत्र राम लोक शर्मा चिद्दारपत्ति सुल्तानपुर,
विकास उर्फ राम भजन पुत्र उमेश शर्मा निवासी जिधर भट्टी सुल्तानपुर तथा मौके से फरार सोहित पुत्र अज्ञात निवासी धामपुर का पता चला है। क्योंकि एक रेड टीम द्वारा और की गई थी और उपरोक्त कॉल सेंटर भी ऐसे ही व्यक्तियों से जुड़ा था, सूचना पाकर एक दर्जन से ज्यादा युवतियां मौके से सामान छोड़ कर निकल गई। टीम द्वारा मौके से दर्जनों डेस्कटॉप, दस्तावेज, लाखो कस्टमर के मोबाइल नंबर आदि बरामद हुए है जो साइबर ठगी के लिए इस्तमाल हो रहे थे।

दो लैपटॉप, लगभग दो दर्जन मोबाइल कॉलिंग हेतु प्रयोग होने वाले, अलग से दर्जनों सिम, देश के अलग-अलग राज्यों के व्यक्तियों के लाखों मोबाइल नंबर हिसाब किताब रखने वाले रजिस्टर जो साइबर ठगी में प्रयोग किए जा रहे थे मौके से बरामद किए गए है। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी कर रही है।



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