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हरिद्वार जिले की समस्त संकुल स्तरीय सहकारिताओं (CLFs) के पदाधिकारियों के लिए मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशन में तीन दिवसीय शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य हरिद्वार जिले की सीएलएफ को और अधिक सशक्त बनाना तथा अल्मोड़ा जिले में संचालित संकुल स्तरीय सहकारिताओं की उत्कृष्ट कार्यशैली और सर्वोत्तम प्रथाओं का अध्ययन कर उन्हें हरिद्वार में लागू करना था। इस भ्रमण का आयोजन जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम), ग्रामोत्थान परियोजना की देखरेख और सहायक प्रबंधक (वैल्यू चेन) के साथ किया गया।
अल्मोड़ा जिले के मंगलाता गांव स्थित नारी शक्ति सीएलएफ और हवालबाग स्थित विकास सीएलएफ का दौरा किया गया। यहां के कार्यों का अवलोकन करते हुए विजिट टीम ने विभिन्न गतिविधियों और उत्पादों को देखा। इस सीएलएफ में मसाले बनाने की यूनिट का भ्रमण किया गया। यहां टीम ने मसाले बनाने की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया और महिलाओं से बातचीत की। महिलाओं ने बताया कि वे अपने काम को किस प्रकार कुशलता से प्रबंधित कर रही हैं और उनका काम कैसे उनके परिवारों की आय में योगदान दे रहा है।
सीएलएफ में बेकरी और आचार बनाने की यूनिट का निरीक्षण किया गया। टीम ने उत्पाद निर्माण की प्रक्रिया, प्रबंधन और उनके मार्केटिंग मॉडल को समझा। महिलाओं ने अपनी सफलता और चुनौतियों को साझा किया, जिससे टीम ने यह जाना कि उनकी सीएलएफ लाभ में कैसे है और उन्हें किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भ्रमण के दौरान विजिट टीम को मसाले, बेकरी, और आचार निर्माण में उपयोग होने वाली नवीनतम तकनीकों से परिचित कराया गया। इन तकनीकों के उपयोग से उत्पादों की गुणवत्ता और उनकी पैकेजिंग बेहतर हो रही है। महिलाओं ने बताया कि इन उपकरणों के उपयोग से उनका काम तेज और अधिक कुशल हो गया है।
महिलाओं के साथ संवाद के दौरान टीम ने यह जाना कि इन तकनीकों को अपनाने से उनके उत्पादों की मांग बढ़ी है और उनके व्यवसाय को अधिक लाभ हुआ है। हरिद्वार जिले की टीम ने इस जानकारी को अपने यहां लागू करने की योजना बनाई। इस शैक्षिक भ्रमण ने हरिद्वार जिले के सीएलएफ पदाधिकारियों को व्यवसायिक प्रबंधन और तकनीकी नवाचारों की बारीकियों को समझने का अवसर प्रदान किया। उन्होंने सीखा कि कैसे अल्मोड़ा की सहकारिताएं अपने काम को संगठित और प्रबंधन कर रही हैं। इस भ्रमण से हरिद्वार जिले की महिलाओं को न केवल नई तकनीकों को अपनाने की प्रेरणा मिली, बल्कि उन्हें यह भी महसूस हुआ कि सही रणनीति और प्रबंधन से उनकी सीएलएफ भी लाभप्रद बन सकती है।
इस शैक्षिक भ्रमण से हरिद्वार जिले की सीएलएफ को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलने की संभावना है। अल्मोड़ा में देखी गई तकनीकों को हरिद्वार में लागू करने से सीएलएफ की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होगा। बेहतर प्रबंधन और उन्नत तकनीकों के उपयोग से महिलाओं की आय में वृद्धि होगी और उनकी आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित होगी। इस भ्रमण ने महिलाओं को अपने व्यवसाय को बढ़ाने और उसे अधिक लाभप्रद बनाने के लिए प्रेरित किया। अल्मोड़ा की सहकारिताओं से सीखे गए प्रबंधन के तरीके और तकनीकी नवाचार हरिद्वार जिले की सीएलएफ को और अधिक कुशल और लाभदायक बना सकते हैं।
अल्मोड़ा जिले के मंगलाता और हवालबाग गांवों का यह शैक्षिक भ्रमण हरिद्वार जिले की सीएलएफ पदाधिकारियों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव था। इससे उन्होंने नई तकनीकों और प्रथाओं को सीखने के साथ-साथ अपने व्यवसाय को उन्नत बनाने के लिए प्रेरणा प्राप्त की। इस तरह के प्रयास न केवल महिलाओं को सशक्त बनाएंगे, बल्कि हरिद्वार जिले में सहकारिता और ग्रामीण विकास के व्यापक उद्देश्यों को भी साकार करेंगे।