नवीन चौहान.
माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लगाने से न केवल मनोकामना पूरी होती है बल्कि सामान्य पूजन से कई गुणा अधिक लाभ प्राप्त होता है।
शास्त्रों में इस दिन मौन रहकर दान और स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करने से ने केवल शुभ फल की प्राप्ति होती है बल्कि ग्रह दोषों के प्रभाव भी कम होते हैं। इस दिन प्रात: स्नान के बाद सूर्य को दूध, तिल से अर्घ्य देना भी विशेष लाभकारी होता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 02 मिनट से होगी। अगले दिन यानी 10 फरवरी को सुबह 4 बजकर 28 मिनट पर इसका समापन होगा। ऐसे में इस साल 9 फरवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी।