नवीन चौहान.
आईएएस अधिकारी राम विलास यादव की गिरफ्तारी से पहले विजीलेंस की टीम ने उसने सवाल किये। करीब सात घंटे तक पूछताछ की गई और इस दौरान 100 से अधिक सवाल पूछे गए। सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उन्हें भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार बुधवार को आईएएस रामविलास यादव आखिरकार विजिलेंस के सामने पेश हुए। विजिलेंस अधिकारियों ने उनसे करीब सात घंटे तक पूछताछ की। उनके दस्तावेज का सत्यापन किया गया और तकरीबन 100 से अधिक सवाल किए गए। बताया जा रहा है कि कुछ सवालों पर यादव चुप्पी साध गए तो कुछ पर टीम को इधर-उधर की बातों में उलझाने का प्रयास किया।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड आए आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ विजिलेंस ने ढाई साल पहले खुली जांच शुरू की थी। इस दौरान उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया, लेकिन वह विजिलेंस के सामने नहीं आए। विजिलेंस ने उनसे दफ्तर में ही पूछताछ करने को कहा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। लगभग 12 लोगों की टीम ने उनके निवास और दफ्तरों में जाकर साक्ष्य जुटाए थे।
देर रात करीब सवा दो बजे उन्हें पूछताछ के बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार कर लिए गए। उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।