मानसून को लेकर आपदा प्रबंधन की तैयारी, सैन्य और दूर संचार विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक




नवीन चौहान
सचिव आपदा प्रबंधन उत्तराखंड की अध्यक्षता मे उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यालय मे एक बैठक का आयोजन किया गया। आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिवादन में सैन्य-अर्धसैन्य बलों एवं दूरसंचार की भूमिका को महत्त्वपूर्ण बताते हुए एसए मुरुगेशन सचिव आपदा प्रबंधन विभाग उत्तराखंड ने कहा कि आपदा के समय आपदा कण्ट्रोल रूम एक वार रूम की तरह रहता है। इसलिए आपदा पूर्व ही सामंजस्य स्थापित कर के किसी प्रकार के संसाधनों, उपकरणों की यदि कमी या आवश्यकता पड़ती है, तो आपसी समन्वय से पूर्ण करना बहुत ज़रूरी है।
उन्होंने कहा कि सभी सैन्य र्अद्धसैन्य बलों एवं दूरसंचार विभाग उत्तराखंड से अपेक्षा है कि वह अपनी अद्यतन सम्पर्क सूची भी विभाग को भेजें ताकि वर्तमान में आपदा विभाग के पास सभी विभागों के अधिकारियों की जो सम्पर्क सूची है उसमें सैन्य-र्अद्ध सैन्य बलों की भी अद्यतन सूची जुड़ जाये। सचिव आपदा ने आपदा की घटना के दौरान सैन्य अर्धसैन्य बलों के उच्चस्तरीय अधिकारियों को किसी प्रकार की मदद मांगने के लिए आपदा विभाग की ओर से रिक्वेजीशन भेजने की विधि को महत्वपूर्ण बताते हुए इससे संबंधित विषय पर चर्चा की। सचिव ने इस बात पर भी बल दिया कि कई बार आपदा की छोटी घटनाएं जिलों मे घटती है ऐसी स्थिति में एक घंटा भी गोल्डन ऑवर जैसा होता है। ऐसे समय में किस प्रकार से मदद मांगने की कार्यवाही को सूक्ष्म किया जाये ताकि त्वरित प्रतिवादन सफल हो सके। दूरसंचार उत्तराखंड के अधिकारियों ने बताया कि आपातकालीन संदेशों को जनता तक पहुंचाने के लिए कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल की सुविधा भी एक सफल प्रयास है।
बैठक के दौरान सैन्य अर्धसैन्य बलों के अधिकारियों ने सुझाव दिया कि कम से कम साल में एक बार सभी फोर्स के जवानों को आपस में सामंजस्य स्थापित कर मॉक एक्सरसाइज की आवश्यकता है जिससे आपातकालीन स्थति के लिए बेहतर तैयारी हो। साथ ही उन्होंने कहा कि सैन्य एवं अर्धसैन्य बल भी खोज एवं बचाव के स्वयंसेवकों को ट्रेनिंग प्रदान करने हेतु तैयार है।
सचिव आपदा प्रबंधन ने उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण एवं सैन्य अर्धसैन्य बलों को आपस में हेलीपैड्स का विवरण साझा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा वर्तमान में विभाग के पास इस संबंध में डाटाबेस है किन्तु फिर भी अद्यतन सूचना का विवरण महत्वपूर्ण है। इस बैठक में डॉ आनंद श्रीवास्तव, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन ), डा पियूष रौतेला, श्री बी बी गणनायक उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, Army Sub area, ITBP, SSB, दूरसंचार उत्तराखंड के अधिकारियों ने प्रतिभाग लिया।



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