नवीन चौहान.
रेणी गांव के पास बनी नई झील का एसडीआरएफ की टीम ने निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने वहां से कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटायी। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के आदेशानुसार 12 फरवरी को प्रातः ही SDRF उत्तराखंड पुलिस की मॉन्ट्रेनियिंग टीम रेणी गाँव के ऊपर हिमालयी क्षेत्र में बनी झील के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाने पैदल मार्गों से जलभराव क्षेत्र को रवाना हुई थी।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार यह टीम उस स्थान पर पहुंची जहां पूर्व में ग्लेशियर व अन्य कारणों से अत्यधिक मात्रा में पानी रुक गया था। जिससे आम जनमानस के मध्य भ्रांतियां एवमं भय के माहौल जन्म ले रहा था। SDRF की टीम रिद्धिम अग्रवाल (IPS) DIG SDRF के दिशानिर्देश में झील की स्पष्ट स्थिति जानने, झील के पानी एवमं मिट्टी, बर्फ के नमूने लेने के साथ ही फ्लड के पानी के नमूने लेने जल भराव क्षेत्र में पहुँची।
14 घण्टे के लंबे एवम दुर्गम सफर को पार कर टीम रात्रि को झील क्षेत्र में पहुंची, टीम के द्वारा वहां पानी के प्रेशर को कम करने के लिए झील के मुहाने को आइस एक्स के माध्यम से खोला, वापसी के दौरान टीम के द्वारा बीहड़ एवम ग्लेशियर वाले स्थानों पर रोप, हुक भी बाँध कर छोड़ दी जिससे अन्य आने वाली टीमों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
SDRF की 8 सदस्यीय टीम रुट एवम झील की सटीक जानकारियों के साथ ही इक्कठा नमूनों के साथ वापस तपोवन पहुँची। यह प्रथम मॉन्ट्रेनियिंग दल है जो पैदल मार्गों से जलभराव क्षेत्र तक पहुंचा है। ज्ञातव्य हो कि SDRF उत्तराखंड पुलिस बल के पास 30 सदस्यीय मॉन्ट्रेनियिंग दल है, जिसके 8 सदस्यों के द्वारा एवरेस्ट आरोहण सहित अनेक चर्चित चोटियों को फतह किया गया है। सेनानायक SDRF स्वयं भी बेहतरीन पर्वतारोही है जो मिशन एवरेस्ट के डिप्टी लीडर रह चुके हैं।