नवीन चौहान
एसएसपी अरूण मोहन जोशी की मुहिम पीड़ितों को तत्काल पुलिस सहायता पहुंचाने की है। जिससे पीड़ितों को पुलिस से मदद मिल सके। इसी के साथ पुलिस को मिलने वाली खूफिया जानकारी पर तत्काल कार्रवाई हो सके। राजधानी देहरादून में अपराधियों के दिलों दिमाग में पुलिस का खौफ व्याप्त हो। इसी के चलते एसएसपी अरूण मोहन जोशी ने पुलिस कार्यालय में स्थित DCC (डिस्ट्रिक्ट को-आर्डिनेशन सेंटर) का निरीक्षण किया। DCC (डिस्ट्रिक्ट को-आर्डिनेशन सेंटर) के साथ-साथ देहरादून में स्थित डॉयल 112 (स्टेट एमरजैंसी रिस्पांस सेंटर) में कार्य कर रहे कॉल टेकर /कैड एजेंट से डॉयल 112 की कार्य -प्रणाली के बारे में गहनता से जानकारी ली गई। एसएसपी ने 112 की कार्य प्रणाली को प्रभावी बनाने तथा उसमें सुधार लाने के लिए सम्बन्धित कर्मचारियों को निर्देशित किया। एसएसपी ने पुलिस को निर्देशित किया कि एक सामान्य आदमी को पुलिस सहायता जल्द से जल्द पहुंचनी चाहिए। पुलिस तक पहुंचने वाली एक कॉल महत्वपूर्ण होती है। पीड़ित अपनी सुरक्षा और सहायता के लिए ही पुलिस को सूचित करता है। ऐसे में पुलिस का उत्तरदायित्व बन जाता है कि पीड़ित को सहायता मिले। इस दौरान एसएसपी अरूण मोहन जोशी ने पुलिसकर्मियों को मनोबल बढ़ाया। निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक देहात व अपर पुलिस अधीक्षक पुलिस दूरसंचार देहरादून व सीडैक के इंजीनियर भी उपस्थित रहे।