दीपक चौहान
केदारनाथ उप चुनाव में भाजपा को बाबा केदार का आशीर्वाद मिलने जा रहा है। जबकि कांग्रेस को निराशा हाथ लगेगी। केदारनाथ उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है। जबकि विधानसभा क्षेत्रों से मिली फीडबैक के आधार पर यह उप चुनाव भाजपा की झोली में जा रहा है। ऐसा हुआ तो कांग्रेस को एक बार फिर निराशा होगी।
बदरीनाथ और मंगलौर उप चुनाव में भाजपा को मिली करारी हार के बाद केदारनाथ चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था। जिसके चलते भाजपा केदारनाथ उप चुनाव को पूरी संजीदगी से लड़ने के लिए मैदान में उतरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चुनाव जीतने को लेकर पूरी रणनीति बनाई। स्टार प्रचारकों की फौज को मैदान में उतारा। मतदाताओं का मन टटोलने के लिए भाजपा संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एक—एक मतदाता के घरों पर डेरा डाल कर रखा।
स्वर्गीय शैला रानी की सुपुत्री ऐश्वर्या रावत को टिकट नही मिलने से हुई नाराजगी को ड्रैमेज कंट्रोल किया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटट ने अपने राजनैतिक अनुभव की पूरी ताकत झोंक दी। केदारनाथ उप चुनाव में भाजपा संगठन की पूरी फौज एक युद्ध जीतने के लिए संघर्ष करती दिखाई दी। हालांकि चुनाव परिणाम 23 नवंबर की दोपहर तक आयेगा। लेकिन जनता से की गई बातचीत के आधार पर केदारनाथ चुनाव फिलहाल भाजपा जीत रही है। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत की तमाम कोशिशे विफल साबित होती दिखाई पड़ रही है।