मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के धर्मांतरण कानून की सख्ती का असर, उत्तराखंड में धर्म परिवर्तन पर अंकुश





नवीन चौहान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के धर्मांतरण कानून की सख्ती के चलते उत्तराखंड में धर्म परिवर्तन पर अंकुश साफ दिखाई देने लगा है। उत्तराखंड की धामी सरकार के नेतृत्व में बने धर्मांतरण कानून के सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे है। प्रदेश की पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। हालांकि धर्मांतरण कानून का पहला मुकदमा हरिद्वार के कनखल थाने में दर्ज हुआ है। वही उधमसिंह नगर जनपद का पहला मुकदमा 6 अप्रैल 2023 को दर्ज हो गया है। जहां एक मुस्लिम युवक ने खुद को हिंदू बताकर हिंदू युवती ने विवाह कर लिया। विवाह करने के बाद युवती को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए दबाब बनाने लगा। पीड़ित युवती ने एसएसपी मंजूनाथ टीसी से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई तो उन्होंने तत्काल मामले में गंभीरता दिखाते हुए मुकदमा दर्ज करने के आदेश​ दिए।
हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक जगजीतपुर में प्रार्थना सभा के आयोजन में धर्म परिवर्तन करने की शिकायत आई थी। जिसमें उत्तराखंड का पहला मुकदमा दर्ज हुआ। जबकि हरिद्वार में ही दर्ज दूसरे मामले में एक मुस्लिम युवक ने खुद को हिंदु बताकर विवाह किया और युवती को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए दबाब बनाना शुरू कर दिया। पुलिस ने प्रकरण में पूरी पारदर्शिता के साथ विवेचना की ओर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त धर्मांतरण कानून का खौफ प्रदेश में साफ दिखाई देने लगा है। जबकि उत्तराखंड पुलिस भी धर्मांतरण को रोकने के लिए पूरी तरह से सजग दिखाई दे रही है।



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