अनुराग गिरि
हल्द्वानी। उत्तराखण्ड पुलिस के कांस्टेबल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कांस्टेबल का शव एक मोबाइल टावर के नीचे बरामद हुआ है। पुलिस इसे आत्महत्या और हत्या दोनों ही पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। जानकारी मिली है कि कांस्टेबल कैलाश पंगरिया मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। उसकी जेब में भवूत बरामद हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
उत्तराखण्ड पुलिस का कांस्टेबल कैलाश पंगरिया उम्र 38 साल जनपद उधमसिंह नगर के किच्छा स्थित सीओ कार्यालय में तैनात था। कैलाश अपनी बुआ (जानकी) के घर रामड़ी फतेहपुर हल्द्वानी में आया था। सुबह 9 बजे वह बुआ के घर से पिथौरागढ़ जाने के लिए निकला था। लेकिन करीब 10 बजे कैलाश का शव लामाचोड़ के पास बीएसएनएल टावर के नीचे मिला। कैलाश रविवार को पांच दिन की छुटटी लेकर हल्द्वानी के लिए निकला था। कैलाश की मौत की खबर से उत्तराखण्ड पुलिस में शोक है। सीओ हल्द्वानी डीसी ढ़ौढियाल सीओ किच्छा हिमांशु शाह कोतवाल के.आर. पाण्डेय भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और मृतक के परिजनों को सांत्वना दी। पुलिस कैलाश का शव बरामद करने के बाद हत्या और आत्महत्या में उलझ गई है। कैलाश को किसी ने टावर से धक्का दिया या उसने खुद ही छलांग लगाई है यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पायेगा।
कैलाशा साल 2002 में पुलिस महकमें का अंग बना था वह अपने बैच का टॉपर था। कैलाश का सगा भाई दीपक पंगरिया किच्छा कोतवाली में तैनात है जबकि दूसरा भाई पंकज पंगरिया पिथौरागढ़ में तैनात है। पिथौरागढ़ में ही पिता माधवानन्द के साथ ही कैलाश की पत्नी पुष्पा बेटा सार्थक और कनिष्का भी साथ रहते हैं।