श्री कैलाश मानसरोवर को चीन से मुक्त कराने के लिए 21 करोड़ लोग करेंगे महासंकल्प




मेरठ। भगवान शिव शंकर के मूल स्थान श्री कैलाश मानसरोवर की चीन के चंगुल से मुक्ति पूरे विश्व के हित में है। इस मांग को जन आंदोलन बनाने के लिए भारत तिब्बत समन्वय संघ तेजी से प्रयासों में जुटा है। इसके लिए गोरखपुर से देहरादून तक श्री कैलाश मानसरोवर मुक्ति महासंकल्प जनजागरण यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा के दौरान लोगों से श्री कैलाश मानसरोवर की चीन से मुक्ति का महासंकल्प कराया जा रहा है।

देश में 21 करोड़ लोगों से महासंकल्प कराया जाएगा। ये बातें भारत तिब्बत समन्वय संघ के राष्ट्रीय महामंत्री और यात्रा संयोजक रामकुमार सिंह ने श्री बिल्वेश्वर महादेव मंदिर सदर मेरठ में जनजागरण यात्रा के स्वागत समारोह में कही। भारत तिब्बत समन्वय संघ की श्री कैलाश मानसरोवर मुक्ति महासंकल्प जनजागरण यात्रा 19 मई को गोरखपुर से शुरू हुई थी। गोरखपुर से संत कबीर नगर, बस्ती होते हुए अयोध्या, बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, आगरा, मथुरा, वृन्दावन, दिल्ली, गजप्रस्थ (गाजियाबाद), मुरादनगर, मोदीनगर होते हुए यात्रा बुधवार को मेरठ पहुंची।

श्री बिल्वेश्वर महादेव मंदिर सदर में जनजागरण यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। इस यात्रा में बीटीएसएस के राष्ट्रीय महामंत्री व यात्रा संयोजक रामकुमार सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन व यात्रा समन्वयक विजय मान और पश्चिम उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्ष व यात्रा सह संयोजक संदीप त्यागी रसम निरंतर यात्रा में महासंकल्प कराते हुए चल रहे हैं। महासंकल्प जनजागरण यात्रा विषय पर बोलते हुए राष्ट्रीय महामंत्री व यात्रा संयोजक रामकुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 1959 से चीन द्वारा तिब्बत पर कब्जा करने से हम सनातनी समाज को अपने आराध्य देव भगवान शिव के मूल स्थान कैलाश मानसरोवर के प्रत्यक्ष पूजन—अर्चन में कठिनाइयां आ रही हैं, जिसे दूर करने के उद्देश्य से कैलाश मानसरोवर मुक्ति महा संकल्प जन जागरण यात्रा का आयोजन किया गया है, इस यात्रा के माध्यम से भारतीयों में भगवान शिव के प्रति प्रेम एवं राष्ट्र हित चिंतन का प्रयास किया जा रहा है, तथा चीन निर्मित वस्तुओं को बहिष्कृत करने का आह्वान किया जा रहा है।

राष्ट्रीय महामंत्री व यात्रा समन्वयक विजय मान ने कहा कि सभी राष्ट्र हित चिंतकों को इस यात्रा में मदद करने की आवश्यकता है, जिससे हमारा राष्ट्र सशक्त हो और विश्व गुरु बन सके। बीटीएसएस की उच्च स्तरीय बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया है कि सनातन धर्म मतावलंबी अपने आराध्य देव भगवान शिव के मूल स्थान कैलाश मानसरोवर मुक्त कराने हेतु जाग्रत हों, संगठित हों, और हर कठिन परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करने हेतु कमर कस लें। इसके लिए देशभर में भारत तिब्बत समन्वय संघ द्वारा विभिन्न चरणों में जनजागरण अभियान चलाया जाना तय किया गया है, कैलाश मानसरोवर मुक्ति महासंकल्प जनजागरण यात्रा सनातनी समाज को संगठित, जाग्रत करने हेतु चल रही है।

संदीप त्यागी रसम ने देशवासियों से संस्कृति से प्रेम करने वाले सभी संगठनों व नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि इस संकल्प के माध्यम से महासंकल्प यात्रा के विषय को समर्थन देने के लिए जनसामान्य अपना संकल्प करते हुए एकल या समूह में वीडियो बनाकर भेज सकते हैं। सोशल मीडिया पर भारत तिब्बत समन्वय संघ के पेज पर भेज सकते हैं। क्षेत्रीय अध्यक्ष व यात्रा सह संयोजक संदीप त्यागी रसम ने बताया कि पूरे देश में श्री कैलाश मानसरोवर की चीन से मुक्ति के लिए 21 करोड़ लोगों से महासंकल्प कराया जाएगा। इस संकल्प की पूर्ति के लिए बीटीएसएस तेजी से कार्य कर रहा है। मेरठ में भी लोगों से महासंकल्प इस प्रकार कराया गया:
हे भोलेनाथ, अपने मूल स्थान कैलाश मानसरोवर को दुष्ट चीन के चंगुल से मुक्त कराइए, मुक्त कराइए, मुक्त कराइए।’

बीटीएसएस के प्रांत संयोजक शोध प्रभाग पुष्पेंद्र कुमार ने इसे आंदोलन बनाने की अपील की। बिल्वेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के बाद जनजागरण यात्रा में शामिल लोगों ने औघड़नाथ मंदिर में भी भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया और अपनी यात्रा की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता योगेश अग्रवाल ने तथा संचालन डॉ. कुलदीप त्यागी ने किया। बीटीएसएस के राष्ट्रीय सह संयोजक शीलवर्धन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर बीटीएसएस की राष्ट्रीय मंत्री डॉ. आरएच लता, निर्मल रत्न वैद्य, मेरठ प्रांत उपाध्यक्ष रजनीश कौशल रज्जन, विनीत डावर, प्रदीप अरोड़ा, डॉ. पायल अग्रवाल, डॉ. देशदीपक अग्रवाल, राकेश गुप्ता, जनार्दन शर्मा, विभूति रस्तोगी, हिना रस्तोगी आदि उपस्थित रहे।



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