नवीन चौहान.
बड़े बे आबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले, बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले। शायर की ये पंक्ति इन दिनों हरक सिंह रावत पर खरी उतर रही हैं। भाजपा से निकाले जाने के बाद अब कांग्रेस भी उनसे किनारा कर रही है।
अभी तक अपनी हेगड़ी से दूसरे दलों को अपनी धमक दिखाने वाले हरक इस समय रोते नजर आ रहे हैं। भाजपा ने उन्हें न केवल मंत्री मंडल से बर्खास्त किया बल्कि पार्टी से छह साल के निए निष्कासित कर दिया है। अब वह कांग्रेस में अपनी वापसी के पूरे प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अपना बयान भी दिया है कि वह हरीश भाई से सौ बार माफी मांगने के लिए तैयार है। लेकिन अभी कांग्रेस की ओर से उन्हें हरी झंडी नहीं मिली है। हरक के कांग्रेस में आने की अटकलों के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी अपना विरोध शुरू कर दिया है। डोईवाला सीट पर कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार हो या फिर कोटद्वार सीट से संभावित उम्मीदार, दोनों ही हरक सिंह का पार्टी में आने का विरोध कर रहे हैं। एक ने तो सीधी सीधी धमकी भी दी है।
आज कांग्रेस अपनी पहली सूची जारी करेगी। अब देखना यही है कांग्रेस की पहली सूची में किसे प्रत्याशी घोषित किया गया है।