नवीन चौहान
बाबा रामदेव के वीडियो से 20 सेकेंड की क्लिप काटकर सोशल मीडिया में प्रचारित करते हुए ओबीसी वर्ग को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि बाबा रामदेव ने ओबीसी के लिए ऐसा कुछ नहीं बोला, जिस तरह प्रचारित किया जा रहा है। कुल मिलाकर देखा जाए तो बाबा रामदेव की छवि को धूमिल करने सुसंगठित प्रयास किया जा रहा है। बाबा रामदेव ने अपनी जाति को मन वाणी और कर्म के आधार पर सभी वर्गो से जोड़कर कहा है।
बाबा रामदेव ने अपनी वीडियो में कहा कि वह ब्राहृण है क्योकि अज्ञान को मिटाने का कार्य करते है। मै वैश्य हूं क्योकि सभी का अभाव मिटाता हूं। मैं शूद्र हूं क्योकि अपवित्रता दूर करके तन की, मन की, कर्म की, वाणी की, विचार की, व्यवहार की आचरण की अपवित्रता दूर करके अशिष्टता दूर करके शुचिता स्थापित करता हूं। इसीलिए मै महाशूद्र हूं। महाबाहृाण हूं। अस्थिविसर्जन करने का कार्य करता हूं। उन्होंने कहा कि सभी कुंठाए दूर करके यह बताया कि इंसान के भीतर सब कुछ है।
बाबा रामदेव ने अपने इंस्ट्राग्राम पर बयान जारी करते हुए कहा कि जो भारत को तोड़ना चाहते है। जातियों में बांटना चाहते है। अपनी रोटियां सेंकना चाहते है। ऐसे षडयंत्रकारी लोग इस पूरी क्लिप को ना चलाकर 20 सेकेंड की अधूरी वीडियो चलाकर भ्रम फैलाना चाहते है। ऐसे लोगों के बहकावे में ना आए। देश तोड़ने वाले लोगों को माफी मांगनी चाहिए।