mahatma hansraj का जन्मोत्सव: शिक्षा, संस्कार, संस्कृति और देश प्रेम का अनूठा संगम





नवीन चौहान
महात्मा हंसराज का जन्मोत्सव पर्व समर्पण दिवस भारतीय शिक्षा, संस्कार, संस्कृति और देश प्रेम के अनूठे संगम का आयोजन है। इस कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने को लेकर डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल प्रांगण में उत्साह और रोमांच चरम पर हैं। आर्य प्रादेशिक सभा तथा डीएवी प्रबंधकर्त्री समिति के प्रधान, कुलाधिपति डीएवी विश्वविद्यालय, जालंधर पदमश्री पूनम सूरी जी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में हरिद्वार डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल प्रबंधन युद्ध स्तर पर तैयारियां पूरी कर रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए डीएवी देहरादून, बीएमडीएवी, डीएवी बाजपुर, डीएवी कोटद्वार के प्रधानाचार्य भी अपना योगदान दे रहे है। प्रधानाचार्य मनोज कपिल के निर्देशन में डीएवी प्रबंधकर्त्री समिति के प्रधान पदमश्री पूनम सूरी जी के आदेशों का पालन करते हुए तमाम व्यवस्थाओं को चाक चौबंद बनाने में लगे है। बिजली, पानी, भोजन, सुरक्षा व्यवस्था के समुचित प्रबंध किए गए है।


डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल प्रांगण में गजब का उत्साह देखते ही बन रहा है। डीएवी के समस्त शिक्षक, शिक्षिकाएं, कार्यालय स्टॉफ और सभी कर्मचारीगण इस आयोजन को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूरे मनोभाव से करीब डेढ़ माह से जुटे है। इस आयोजन में भव्यता प्रदान के लिए देहरादून डीएवी, बीएमडीएवी और डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के करीब एक हजार बच्चों की सामुहिक सांस्कृतिक प्रस्तुति प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
आर्य समाज के नियमों पर संचालित होने वाली डीएवी संस्था का यह अनूठा आयोजन है। जो दिव्यता और भव्यता के साथ शिक्षा, संस्कारों, संस्कृति और देश प्रेम को दर्शाता है। इस आयोजन के शुरू होने में चंद घंटे बाकी है। लेकिन डीएवी प्रांगण से निकलने वाली सुगंध दूर—दूर तक फैल चुकी है। स्कूल प्रशासन की ओर से कार्यक्रम की सभी तैयारियां कमोवेश पूरी हो चुकी है। सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक प्रबंध किए गए है। ​



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