सोनी चौहान
राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध मुक्त भारत निर्माण ट्रस्ट ने केंद्र सरकार से राजेंद्र सिंह नेगी की सकुशल वापसी की मांग की। उन्होने बताया कि राजेन्द्र बर्फ में फिसलकर पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। राजेन्द्र जम्मू कश्मीर के बारामूला में तैनात भारतीय सेना के जवान है और उनकों सकुशल वापस लाया जायें।
जवान की सकुशल वापसी की मांग को लेकर पुल जटवाड़ा पर आयोजित प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजू नारंग ने कहा राजेंद्र सिंह नेगी के परिवार में माता-पिता पत्नी और तीन बच्चे हैं। राजेंद्र सिंह नेगी के गायब बर्फ में फिसलकर पाकिस्तान की सीमा में चले जाने के बाद उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है। उनके लापता होने के बाद से परिवार जन बेहद परेशान हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार को उनकी सकुशल वापसी के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
जिला अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि राजेंद्र सिंह नेगी के लापता होने के बाद से उनके परिवार के साथ प्रदेश की जनता भी दुखी है तथा उनकी सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना कर रही है। उन्होंने कहा कि जब विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान सीमा में चले गए थे। तब पूरा देश एकजुट होकर उनके वापस आने का इंतजार कर रहा था। लेकिन उत्तराखण्ड के वीर सैनिक की वापसी के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। उत्तराखण्ड वीरों की भूमि है। उत्तराखण्ड के लाल मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों को भी न्यौछावर करने से पीछे नहीं हटते। सरकार को राजेंद्र सिंह नेगी की सकुशल वापसी के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए। साथ ही उनके परिवार को हिम्मत बंधानी चाहिए।
जिला उपाध्यक्ष अंकुर बागड़ी व फुरकान अंसारी ने कहा देश की सीमाओं की रक्षा में तैनात राजेंद्र सिंह नेगी की वापसी को लेकर सरकार को युद्ध स्तर पर काम करने की आवश्यकता है। राजेंद्र सिंह नेगी का परिवार उनकी वापसी की आस लगाए हुए है। भारतीय सैनिक अपने साहस से देशवासियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। ऐसे में सरकार का भी नैतिक कर्तव्य बनता है कि उनकी सकुशल वापसी कराए। ट्रस्ट के सदस्यों ने मां गंगा से राजेंद्र सिंह नेगी की सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना भी की।
इस अवसर पर राजेंद्र ठाकुर, अंकुर बागड़ी, राजकुमार, अमरदीप चौहान, अश्वनी कुमार, सत्यपाल सिंह, ब्रजपाल, मोहन जोशी, शिवकुमार, परवेज, सुलेमान, मुज्जमिल, सावेज अंसारी आदि शामिल रहे।