राज्य सम्पत्ति विभाग का फर्जी अधिकारी चढ़ा देहरादून पुलिस के हत्थे





काजल राजपूत की रिपोर्ट
सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए है। आरोपी बेहद ही शातिर है। फर्जीबाड़े की घटना को अंजाम देने के लिए किराए की स्कूटी का प्रयोग किया। जिसके संबंध में वाहन चोरी का भी मुकदमा दर्ज है। फर्जी नियुक्ति पत्र का प्रकरण जिलाधिकारी देहरादून के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।


पुलिस ने आरोपी संजय कुमार पुत्र स्वर्गीय प्रेमदास निवासी ग्राम गिदरासू पो0ओ0 अदाणी पट्टी पटवालस्यूँ, ब्लॉक कल्जीखाल, जिला पौडी गढवाल, उम्र 34 वर्ष को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में संजय ने बताया कि वह बीए पास है तथा पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व वह टैक्सी कैब में काम करने के लिये देहरादून आया था, परन्तु उसमें ज्यादा फायदा न होने के कारण वह कचहरी में नैना फोटो स्टेट के नाम से एक दुकान मे नोटरी व अटैस्टेड का काम करने लगा। वही पर अभियुक्त द्वारा राज्य सरकार तथा केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों में अलग-अलग पद की अवनीत भट्ट के नाम से फर्जी पहचान पत्र तथा अवनीत भट्ट व संजय कुमार के नाम से अलग-अलग आधार कार्ड बनाये गये, जिससे उसने समाज कल्याण विभाग में पेन्शन, वृद्धावस्था पेंशन, आर्थिक योजना तथा श्रम विभाग में लोन का पैसा सेटेलमेन्ट का झांसा देकर कई लोगों से पैसों की ठगी की गयी।
ऐसे हुआ मुकदमा दर्ज
अनमोल गुप्ता पुत्र मनोज गुप्ता निवासी 52 आढ़त बाजार हाल त्रिरूपति ट्रेवल्स प्रिन्स चौक देहरादून ने कोतवाली नगर में लिखित तहरीर दी कि उनका प्रिन्स चैक पर त्रिरूपति ट्रेवल्स नाम से व्यवसाय है, दिनांक 18-01-24 को उनकी दुकान पर एक लड़का आया, जिसने अपना नाम संजय कुमार पुत्र प्रेमदास निवासी 56 जेल कचहरी पौड़ी गढ़वाल बताते हुए उनकी दुकान से एक स्कूटी संख्या: यू0के0-07-टीडी-5926 किराये पर ले गया था, जो त्रिरूपति ट्रेवेल्स अनमोल गुप्ता पुत्र मनोज गुप्ता 2/1 त्यागी रोड़ के नाम पर रजिस्टर्ड है। उक्त व्यक्ति द्वारा शुरू के दस दिनों तक स्कूटी का किराया दिया गया पर अब ना तो वह फोन उठा रहा है और ना हमारी गाड़ी वापस कर रहा है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ की गयी।
आरोपी पर दूसरा मुकदमा
जगदीश सिंह पुत्र भरत सिंह निवासी-कृष्णा एक्लेव आमवाला तरला सहस्त्रधारा रोड़ देहरादून द्वारा तहरीर दी गयी कि उनकी पडोस मे रहने वाले एक व्यक्ति के माध्यम से उनकी पहचान अवनीश भट्ट नाम के एक व्यक्ति से हुई, जिसका उनके पडोसी के घर आना जाना था। अवनीश भट्ट द्वारा अपना पहचान पत्र दिखाते हुए स्वंय को उत्तराखण्ड सचिवालय में राज्य सम्पत्ति विभाग में वर्ग-2 का अधिकारी बताया जाता था। वादी की पुत्री शिवानी मुयाल जिसने बीबीए किया था उसकी नौकरी के सम्बन्ध में वादी द्वारा अवनीश भट्ट से बात करने पर उसके द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय देहरादून में डाटा ऑपरेटर के पद पर उसकी नियुक्ति लगवाने की बात कही गई तथा उसके लिये आवश्यक दस्तावेज तैयार करने के एवज में उनसे 20000 रू0 की मांग की गयी, जो वादी द्वारा उसके बताये हुए नम्बर पर गूगल पे के माध्यम से ट्रांसफर किये गये। साथ ही अपनी पुत्री के सभी आवश्यक प्रमाण पत्र भी अवनीश भट्ट को दिये। एक सप्ताह पश्चात अवनीश भट्ट द्वारा वादी की पुत्री को एक नियुक्ति पत्र दिया गया जो जिलाधिकारी कार्यालय से जारी किया गया था। उक्त नियुक्ति पत्र को लेकर जब वादी व उनकी पुत्री जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे तो कार्यालय के माध्यम से उन्हें ज्ञात हुआ कि उक्त नियुक्ति पत्र फर्जी है। तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर में मु0अ0सं0 71/24 धारा 420, 467, 468, 471 भादवि का अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई।

पुलिस की विवेचना
अभियुक्त के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए दिनांक: 19-02-24 को पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर मुकदमें में वांछित अभियुक्त संजय कुमार पुत्र स्व0 प्रेम दास को रेलवे स्टेशन के पीछे बारात घर के पास से स्कूटी संख्या: यू0के0-07-टीडी-5926 के साथ गिरफ्तार किया गया। स्कूटी के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर अभियुक्त द्वारा उक्त स्कूटी को किराये की होना बताया गया। जिसके सम्बन्ध में कोतवाली नगर में पूर्व में अभियोग पंजीकृत है।
यहां से हुआ फर्जीबाड़ा
कचहरी परिसर में काम करने के दौरान अभियुक्त की मुलाकात प्रिया नाम की एक युवती से हुई, जिसका अभियुक्त द्वारा समाज कल्याण विभाग में आर्थिक योजना का आवेदन पत्र भरा था, जिसका उसको लाभ मिला। अभियुक्त पर विश्वास होने पर प्रिया के माध्यम से उसकी मुलाकात जगदीश मुयाल से हुई , जिनसे अभियुक्त द्वारा उनकी बेटी की नौकरी लगाने की एवज में 20 हजार रू0 अपने परिचत के खाते में डलवाये तथा उनकी पुत्री के शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज प्राप्त करते हुए कुछ समय बाद उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय में नियुक्ति का फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया। अभियुक्त द्वारा अपने मोबाइल पर Picsart और Pixelleb नाम से 02 एप डाउनलोड किये गये थे, जिनकी सहायता से वह नाम परिवर्तन कर पहचान पत्र तथा सरकारी आदेशों पर एडिटिंग कर हस्ताक्षर व मोहर स्कैन कर फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। अभियुक्त द्वारा उक्त एप के माध्यम से ही कु0 शिवानी मुयाल का फर्जी ज्वॉइनिंग लैटर तैयार कर उस पर जिलाधिकारी देहरादून के हस्ताक्षर स्कैन कर फर्जी नियुक्ति पत्र बनाया गया था तथा उसे कु0 शिवानी मुयाल को उसके पिता जगदीश सिंह की मौजूदगी में दिनांक 02.02.24 को कलेक्ट्रेट परिसर में दिया था।

बरामदगी का विवरण :-
1- एक्टिवा रंग सफेद सं0 यू0के0-07-टीडी-5926 (सम्बन्धित मु0अ0स0 70/2024 धारा 406 भादवि )
2- एक अदद मोबाइल फोन वन-प्लस रंग काला (सम्बन्धित मु0अ0स0 71/24 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि )
3- अवनीत भट्ट के नाम से सीनियर क्लर्क कार्यालय कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट की फर्जी आई0डी0
4- अवनीत भट्ट के नाम से फर्जी आधार कार्ड ,
5- अवनीत भट्ट के नाम से मिनिस्ट्री ऑफ सैन्टर गर्वमेन्ट पी0डब्लू0डी0 विभाग का फर्जी आई0कार्ड
6- अवनीत भट्ट के नाम से सचिवालय उत्तराखण्ड शासन देहरादून राज्य सम्पत्ति विभाग का फर्जी आई0कार्ड
7- कु0 शिवानी के शैक्षणिक दस्तावेज स्थायी निवास आदि की प्रमाणित छायाप्रति,
8- संजय कुमार के नाम से अभियुक्त का असली आधार कार्ड
पुलिस टीम:-
1- प्र0नि0 कैलाश चन्द्र भट्ट, कोतवाली नगर देहरादून
2- उ0नि0 नवीन जुराल
3- उ0नि0 मोहन सिह नेगी
4- कानि0 1775 राजेश कुँवर
5- कानि0 932 महेश पुरी



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *