नवीन चौहान
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कुछ बड़ा कर दिखाने का चैलेंज दिया है। उन्होंने कहा कि आपको सही उम्र में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। हम राजनैतिक विरोधी है। मगर इसके बाबजूद यह चाहते है कि उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री कुछ विशेष कर दिखाए। ताकि कांग्रेस के लिए भी लक्ष्य ऊंचा हो सके।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फोन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी। इसी के साथ अपनी फेसबुक पर उनको चैलेंज भी किया। कुछ बड़ा और विशेष कर दिखाने की बात की। अब चूंकि बात पूर्व मुख्यमंत्री हरदा ने लिखी है तो इसके सियासी मायने भी है। बकौल हरदा यह मान चुके है कि कांग्रेस के सामने कोई चुनौती नही है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भाजपा को कमजोर मानते हुए अपनी पार्टी को बहुत मजबूत स्थिति में देख रही है। तभी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बड़ा कर दिखाने का चैलेंज दे रही है। जबकि वास्तविकता यह है कि भले की प्रदेश की जनता की भाजपा से नाराजगी हो। पांच साल की सरकार में तीन मुख्यमंत्री बदलने को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम हो। लेकिन आपसी गुटबाजी में फंसी कांग्रेस में अंद्धरूनी कलह बहुत ज्यादा है। अब चूंकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं से आते है। कुमाऊं क्षेत्र से ही नैनीताल लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद अजय भटट को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया है। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा संगठन ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चौतरफा घेरने के लिए फील्डिंग सजा दी हो। ऐसे हालात में हरदा का पुष्कर धामी को चैलेंज करना उनका मनोबल को प्रभावित करने जैसा है। विदित हो कि युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी में जोश और उत्साह के साथ मानसिक संतुलन भी है। धामी के पीछे संघ परिवार खड़ा है और उनके चौतरफा भाजपा संगठन का मजबूत सुरक्षा कवच है। भले की पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी हो। लेकिन भाजपा के वफादार त्रिवेंद्र और तीरथ की टीम पुष्कर के मार्गदर्शक भी है। पुष्कर ने पहला आशीर्वाद अपने इन दोनों ही वरिष्ठजनों से लिया है। ऐसे में देखना होगा कि आपकी चुनौती किस पर प्रभावी होगी।