नवीन चौहान
भारतीय संस्कार और संस्कृति के अनुरूप उच्च शिक्षा का सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स जगजीतपुर है। इस इंस्टीट्यूशन्स में बच्चों की उच्च शिक्षा और बेहतर भविष्य के लिए सभी विकल्प है। यहां का शैक्षणिक वातावरण अध्ययन के लिए सर्वोत्तम है। यहां छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापरक और उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान की जा रही है। एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के निर्देशक डॉ संदीप चौधरी का एक मात्र उददेश्य युवाओं को रोजगार परक सेवाओं में प्रेरित कर राष्ट्रसेवा में समर्पित करना है। उनका कहना है कि शिक्षित युवा ही भारत का सबसे बड़ा सैन्य बल है।
HEC Group of Institutions: Educated youth is India’s largest military force
हरिद्वार के कनखल छोटी नहर में कन्या गुरूकुल से शुरू हुआ एचईसी कॉलेज अब एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के रूप में स्थापित हो चुका है। हरिद्वार के जगजीतपुर में एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स का भव्य कॉलेज है। जहां बीए, एमए, बीकॉम, एमकॉम, एमबीए, बीबीए, बी लिब,एम लिब, बीसीए, बीएचएम, एमबीए—आईबी,पीजीडीबीए और योग संबंधी कोर्स की शिक्षा दी जा रही है। हरिद्वार जनपद और गैर प्रदेशों के बच्चे भी इस एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में शिक्षा ज्ञान अर्जित कर रहे है।
प्रतिवर्ष कॉलेज में रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है। जिसके चलते तमाम छात्र—छात्राओं का चयन नामी कंपनियों में होता है। कंपनी प्रबंधन यहां के सर्वश्रेष्ठ छात्र—छात्राओं का चयन करते है। जिसके चलते युवाओं को रोजगार मिलता है। वही दूसरी ओर संस्थान में छात्र-छात्राओं के लिए ओरियंटेशन प्रोग्राम आयोजित किए जाते है।
कॉलेज निदेशक डॉ.अंशुल शर्मा छात्र-छात्राओं को पढ़ाई और अनुशासन के लिए प्रेरित करते है। और भविष्य में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते है। संस्थान के चेयरमैन संदीप चौधरी ने बताया कि एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स का उददेश्य युवा शक्ति को राष्ट्रसेवा में समर्पित करना है। शिक्षित युवा ही भारत की सबसे बड़ा सैन्य बल है। शिक्षा ही एक बच्चे को बेहतर इंसान बनाकर उसकी आत्मशक्ति को जाग्रत करती है। देश की वर्तमान नई शिक्षा पद्धति रोजगार परक शिक्षा की दिशा में बढ़ रही है। ताकि बच्चे स्वयं अपने लिए रोजगार खड़ा करने के साथ ही देश की आर्थिक उन्नति में योगदान दे। इस क्रम में एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में उच्च शिक्षा का बेहतर वातारवरण तैयार किया गया है। जहां बच्चे कामयाब होकर अपने मां पिता के सपनों को पूरा कर सकें।