नवीन चौहान.
मौसम के मिजाज में अचानक आए बदलाव के बाद राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है। आप भी यदि पहाड़ पर घूमने का प्रोग्राम बना रहे हैं तो थोड़ा ठहर जाए। मौसम साफ होने दीजिए और उसके बाद पहाड की खूबसूरती का आनंद उठाइये।
मौसम विभाग द्वारा 17 अक्टूबर रविवार से दो तीन दिन तक उत्तराखंड के चारधाम सहित अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस प्रशासन और सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन विभाग ने इस चेतावनी को दृष्टिगत रखते हुए सभी स्थानीय निवासियों और यात्रियों से सतर्कता बरतने, नदी नालों से दूरी बनाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। उत्तराखंड की यात्रा पर आ रहे यात्रियों और यात्रा कर रहे यात्रियों से भी अनुरोध है कि बे मौसम की चेतावनी को देखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनायें। प्रयास करें कि इस अवधि में यात्रा करने से बचें।
राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) अलर्ट
मौसम विभाग द्वारा आज से अग्रिम तीन दिवस तक राज्य में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ ही कहीं कहीं अत्यंत भारी वर्षा होने की संभावना होने का अलर्ट जारी किया गया है। कुछ स्थानों पर आकाशीय बिजली, ओलावृष्टि, तेज हवाएं 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक चलने की संभावना है।
उक्त चेतावनी के दृष्टिगत कमाण्डेन्ट SDRF नवनीत सिंह के आदेशानुसार राज्य के विभिन्न जनपदों मे व्यवस्थापित SDRF की सभी टीमें अलर्ट अवस्था में रखा गया है। सभी टीमों को निर्देशित किया गया है कि वे किसी भी आपात परिस्थिति केलिए पूर्णतः अलर्ट रहे व रेस्क्यू उपकरणों को भी कार्यशील दशा में रखें।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद तत्काल ही कमाण्डेन्ट SDRF, नवनीत सिंह के आदेशानुसार राज्य भर में SDRF रेस्क्यू टीमों को किसी भी आपात स्तिथि में तत्काल प्रतिवादन हेतु अलर्ट कर दिया गया है साथ ही SDRF कंट्रोल रूम को भी अलर्ट पर रखा गया है व निर्देशित किया है कि सूचनाओं के आदान प्रदान तत्काल किया जाए जिससे किसी भी घटनास्थल पर समय से पहुँच कर रेस्क्यू कार्य सुचारू किया जाए। तीर्थयात्रियों से अनुरोध है अग्रिम तीन दिवस में यात्रा करने से परहेज करें।
राज्य में SDRF की 29 टीमों का व्यवस्थापन
देहरादून – सहस्त्रधारा, चकराता।
टिहरी- ढालवाला (ऋषिकेश), कोटि कॉलोनी, ब्यासी (कौड़ियाला)
उत्तरकाशी – उजेली, भटवाड़ी, गंगोत्री, बड़कोट, जानकीचट्टी/यमुनोत्री।
पौड़ी गढ़वाल – श्रीनगर, कोटद्वार, सतपुली।
चमोली- गौचर, जोशीमठ, पांडुकेश्वर, श्री बद्रीनाथ।
रुद्रप्रयाग- सोनप्रयाग, अगस्तमुनि, लिनचोली, श्रीकेदारनाथ।
पिथौरागढ़ – पिथौरागढ़, धारचूला, अस्कोट।
बागेश्वर- कपकोट।
नैनीताल- नैनी झील, खैरना।
अल्मोड़ा- सरियापानी।
ऊधमसिंहनगर – रुद्रपुर।