नवीन चौहान, हरिद्वार। निकाय चुनाव में किस्मत आजमा रहे बागी उम्मीदवार पार्टी प्रत्याशियों के लिये मुसीबत का सबव बन रहे है। बागियों को मनाने की तमाम कोशिशे विफल हो रही है। कई बागी प्रत्याशी पार्टी प्रत्याशियों का समीकरण विगाड़ रहे है। वार्ड नंबर नौ की बात करें तो कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय मैदान में उतरे युवा नेता सागर बत्रा पूरे उत्साह से चुनाव का प्रचार करने में जुटे है। जनता से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है। लेकिन पार्टी से टिकट नहीं मिलने का उनको मलाल भी है।
निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हुई तो पार्टी में बगावत शुरू हो गई। टिकट की उम्मीद लगाये बैठे नेता बागी होने लगे। एक के बाद एक नेताओं ने पार्टी से किनारा कर भाजपा का दामन थाम लिया। कुछ ऐसा ही नजारा भाजपा में भी देखने को मिला। भाजपा से भी बागियों ने कांग्रेस का झंडा पकड़ लिया। लेकिन कांग्रेस के मुकाबले भाजपा नेताओं की संख्या काफी कम थी। इसके पीछे की एक वजह टिकट वितरण के दौरान पार्टी के नेताओं का एक ओडियो रहा। जिसमें प्रत्याशियों के नाम तय किये जाने के दौरान चर्चा होने की बात आम हो गई। जिससे विफले नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया। इन बागियों में से वार्ड नंबर नौ से चुनाव में किस्मत आजमा रहे कांग्रेस नेता सागर बत्रा भी है। कांग्रेस से खिन्न सागर बत्रा फिलहाल पूरे जोर शोर से चुनाव प्रचार में डटे है। उनका मानना है कि जनता की सेवा करने का संकल्प लेकर चुनाव लड़ रहे है। जनता का आशीर्वाद मिलेगा तो उनकी उम्मीदों को पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जायेगा।