नवीन चौहान
कांग्रेस नेता पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने मध्य प्रदेश की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर आज भी मनुवादी धारणा मुक्त नहीं हो पाई है उसका यह आचरण संविधान विरोधी है।
पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने कहा कि आखिर आरएसएस ने अपना रंग दिखा दिया है। अभी तक मनु की चार वर्ण के सिद्धांत थे जिसमें ब्राह्मण, क्षेत्रीय, वैश्य और शूद्र में विभाजित था। लेकिन स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जो भारत बना उस भारत में इस विचार का कोई स्थान नहीं था। और उसी के आधार पर संविधान की रचना हुई जिसमें जाति, धर्म, रंग किसी भी आधार पर भेदभाव नहीं होगा। परंतु हिंदुत्व और भारत के हिंदू राष्ट्र बनाने वाले संगठनों और दलों ने शायद स्वतंत्रता संग्राम और संविधान को कभी भी मन से स्वीकार नहीं किया। यह विडंबना ही कही जाएगी कि संविधान की रक्षा की शपथ लेने वाली भाजपा की सांसद सुश्री प्रज्ञा ठाकुर आज भी मनुवादी धारणा मुक्त नहीं हो पाई है उसका यह आचरण संविधान विरोधी है। भाजपा के किसी नेता द्वारा इसका प्रतिवाद न किया जाना इस बात का सबूत है वह भी ऐसा ही सोचते हैं। हम इसकी निंदा करते हैं और भारत के राष्ट्रपति से मांग करते हैं कि सुश्री सांसद प्रज्ञा ठाकुर की लोकसभा सदस्यता रद्द की जाए।