नवीन चौहान.
पाकिस्तान में एक मंदिर को निशाना बनाते हुए उसमें जमकर तोड़फोड़ की गई। तोड़फोड़ का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इस मामले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने स्वयं ही संज्ञान लेकर अधिकारियों को तलब किया है। पूरे मामले की सुनवाई आज 6 अगस्त को होगी।
वहीं दूसरी ओर भारत ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पाकिस्तान के भारत में राजनयिक को तलब किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मामला पंजाब प्रांत के सादिकाबाद जिले के भोंग शरीफ गांव का है, जहां सिद्धिविनायक मंदिर में बुधवार शाम जमकर तोड़फोड़ की गई।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान में लिया है। उन्होंने मामले को शुक्रवार छह अगस्त को ही सुनवाई के लिए अदालत के समक्ष रखने के निर्देश दिए हैं।
वीडियो में साफ दिखायी दे रहा है कि उपद्रवी मंदिर के अंदर लाठी-डंडे लेकर घुसे और तोड़फोड़ शुरू कर दी। एक एक कर मंदिर के सभी हिस्सों में तोड़फोड़ की गई। उपद्रवियों ने मंदिर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया है। घटना के बाद इलाके में बड़े पैमाने पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है।
इस घटना के सामने आने के बाद पीएम इमरान खान के स्पेशल असिस्टेंट डॉ. शहबाज गिल ने ट्वीट कर कहा कि बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस अप्रिय घटना का संज्ञान लिया और जिला प्रशासन को मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। हम आवाम को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तानी संविधान अल्पसंख्यकों को उनकी पूजा को स्वतंत्र रूप से करने की स्वतंत्रता और सुरक्षा प्रदान करता है।