दीपक चौहान
प्रेमी संग भागी युवती ने अपने ही परिजनों पर धमकी देने और जान का खतरा बताते हुए इल्जाम लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने लड़की को फटकार लगाते हुए कहा कि जिन पर आरोप लगा रही है, वह तुम्हारी चिंता करते है। पूरा मामला मध्य प्रदेश का है।
मध्य प्रदेश के भोपाल से एक युवती अपने प्रेमी संग भाग गई। जिसके बाद परिजनों के खिलाफ आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की मांग की। कोर्ट सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिल्ली पुलिस को दिया. साथ ही नसीहत देते हुए युवती को बरगला कर उसका अपहरण करने के आरोपी युवक की अग्रिम जमानत की अर्जी भी कोर्ट ने यह कहते हुए खारिज कर दी कि मामला बहुत गड़बड़ है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की रहने वाली 20 साल की युवती ने सुप्रीम कोर्ट में जज के सामने अपने परिजनों से खुद की जान को खतरा बताया. जिसके बाद कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि लड़की को सुरक्षा प्रदान की जाए. लेकिन इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट ने लड़की को भी फटकार लगाई। दरअसल, यह लड़की का किसी युवक के साथ अफेयर था। जिसके खातिर वह घर से भाग गई। लड़की ने अपने ही पिता और भाई पर टॉर्चर का आरोप लगाया. कहा कि उसका भाई उसका पीछा कर रहा है और उसे जबरदस्ती अपने घर ले जाएगा. वह अपने भाई के साथ जाना नही.-सुनवाई के दौरान बीस वर्षीय युवती ने जब जस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी की बात नहीं सुनी तो उन्होंने दो टूक कहा कि अपनी उम्र से ज्यादा स्मार्ट मत बनो. जिन पर टार्चर का इल्जाम लगा रही हो वह तुम्हारी चिंता करते है।