नवीन चौहान
भेल को निजीकरण के हाथों से बचाने के लिए व्यापारी नेता ने नंगे पाव सत्याग्रह परिक्रमा की। इस दौरान उनका जगह—जगह स्वागत हुआ और उन्होंने उम्मीद जताई की पहल भेल को बचाने को लेकर सार्थक सिद्ध होगी।
शनिवार को प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने फाउंड्री गेट से नंगे पाव सत्याग्रह परिक्रमा शुरू की। जो भेल के मुख्य गेट से होते हुए 8 किलोमीटर चलकर वापस फाउंड्री गेट पर ही संपन्न हुई। संजीव चौधरी ने कहा कि भेल भारत की शान है यदि भेल का निजीकरण किया गया तो किसी भी आंदोलन से पीछे नहीं हटूंगा। भेल हरिद्वार की आत्मा में बसी हुई है और हमेशा लाभ में ही रहने वाली इकाई रही है। भेल देश के महारत्नों में शामिल है और हजारों परिवारो की आजीविका के साथ साथ भावनाओं से भी जुड़ी हुई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हम मांग उठाई कि भेल का निजीकरण न किया जाए। सत्याग्रह यात्रा में मुख्य रूप से सुरेश मखीजा, अरविंद चौधरी, संजीव कुमार, विभास सिन्हा, अशोक उपाध्याय, जातीन हांडा, राजू ठाकुर, दिनेश धीमान व हेमंत कश्यप आदि शामिल रहे।