नवीन चौहान
देश भर के स्टेशन मास्टरों ने मांगे पूरी न होने पर भूखे रहकर ट्रेनों का संचालन किया। उन्होंने 43600 रुपये बेसिक से ऊपर के कर्मचारियों का रात्रि ड्यूटी भत्ता बंद किए जाने के विरोध में केंद्र सरकार के प्रति विरोध जताया।
स्टेशन मास्टरों का विरोध प्रदर्शन पिछले कई दिनों से विभिन्न तरीकों से गुस्सा जाहिर करने के क्रम में चल रहा है। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के उत्तर रेलवे के जोनल अध्यक्ष जीएस परिहार ने बताया कि सरकार का यह अव्यवहारिक व श्रम विरोधी कानून के उलट निर्णय बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरे देश के स्टेशन मास्टरों में रेलवे बोर्ड के इस निर्णय के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। उन्होंने रेलवे के अन्य संगठनों से भी इसका विरोध करने का आह्वान किया है क्योंकि यह निर्णय सभी रेलकर्मियों के लिए है। उन्होंने बताया कि कोई भी कर्मचारी अपने स्वास्थ्य की चिंता न करते हुए रात्रि ड्यूटी मात्र सुचारू व संरक्षित रेल संचालन के साथ देश हित में कार्य करता है। क्या यह सम्भव है कि 43600 बेसिक से ऊपर के रेलकर्मचारियों से रात्रि ड्यूटी नहीं कराई जाएगी? जोनल सचिव सुमीर आइमा ने बताया कि यदि यह काला कानून वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।