नवीन चौहान.
कार्तिक पूर्णिमा पर्व कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुआ। हरिद्वार में विभिन्न घाटों पर 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। जिलाधिकारी और एसएसपी ने स्वयं सुरक्षा व्यवस्थाओं पर नजर रखी। दिन में उन्होंने हरकी पैड़ी क्षेत्र में पैदल मार्च भी किया।
कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर पिछले वर्ष (13.90 लाख) के मुकाबले इस वर्ष अधिक श्रृद्धालुगण गंगा स्नान हेतु हरिद्वार आए। अंतर्राज्यीय बॉर्डर पर चैकिंग बैरियर हटाए जाने से किसी भी बॉर्डर पर जाम की स्थिति नहीं हुई व कई यात्रीगण द्वारा पुलिस की इस पहल का स्वागत किया गया। पर्व के दौरान लगातार ट्रैफिक व्यवस्था को मॉनिटर किया गया एवं फ्लैक्सिबल रखा गया जिसकारण स्थिति के अनुसार ट्रैफिक को डायवर्ट अथवा सुचारू किया जा रहा था।
सुबह के वक्त अधिक भीड़ होने पर जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह द्वारा संयुक्त रूप से हर-की-पैड़ी एवं आसपास के कई घाटों का संयुक्त निरीक्षण करते हुए मौके पर व्यवस्था में लगे हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए साथ ही “भविष्य में इस पूरी व्यवस्था को श्रृद्धालुगणों के लिए और बेहतर कैसे बनाया जाए” पर विचार-विमर्श किया, जिस पर आगे भविष्य में कार्य किया जाएगा।
इस बार पर्व में नियुक्त पुलिसकर्मियों की कार्यावधि 12 घंटे से घटाकर 8 घंटे करने से पुलिसकर्मियों द्वारा अधिक उत्साह व मुस्तैदी के साथ बेहतर तरीके से ड्यूटी की गई एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की इस पहल को सराहा गया।
आज लगने वाले चंद्रग्रहण के कारण देर रात्रि से ही बड़ी संख्या में मां गंगा के विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान जारी रहा। समय 18:00 बजे तक तकरीबन 15 लाख 5 हजार श्रृद्धालुगण द्वारा विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान किया गया।