जोगेंद्र मावी
हरिद्वार जनपद के झबरेड़ा कस्बे में लगने वाले रोजगार मेले में 600 बेरोजगारों को नौकरी मिलेगी। जिसमें 300 नियमित तो करीब 300 से अधिक को अनियमित नौकरी मिलेगी। मेला लगाने के लिए करीब 250 से अधिक कंपनियों से संपर्क किया जा चुका है। मेला लगाने के लिए जल्द ही तिथि घोषित कर दी जाएगी।
जिलाधिकारी सी रविशंकर के प्रयास से झबरेड़ा कस्बे में रोजगार मेला लगाने की तैयारी चल रही है। कोरोना संक्रमण काल के बाद से कुछ कंपनियां उबरने का प्रयास कर रही है तो कईयों के कर्मचारी घर चले गए थे। इससे लोगों के सामने रोगजार का संकट भी खड़ा हो गया। अब झबरेड़ा क्षेत्र में रोजगार मेला लगाकर बेरोजगार लोगों को नौकरी देने की तैयारी चल रही है। जिला सेवायोजन अधिकारी उत्तम कुमार ने बताया कि रोजगार मेला लगाने के लिए करीब 250 कंपनियों से पत्राचार कर रिक्तियां मांगी। इनके अलावा जिला उद्योग केंद्र और सिडकुल के एआरएम ने भी कंपनियों से संपर्क किया। जिला सेवायोजन अधिकारी उत्तम कुमार ने बताया कि कुल 600 पदों की सापेक्ष में रिक्तियां प्राप्त हुई है। जिनमें 300 नियमित कर्मचारियों की भर्तियां होने का डाटा मिला है। जिलाधिकारी सी रविशंकर की ओर से रोजगार मेला लगाने की तिथि निश्चित होते ही भर्ती सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण अभ्यर्थियों को सूचना प्रेषित कर दी जाएगी। रोजगार मेले में ओपन भर्ती करने के लिए या अन्य दिशा निर्देशों का पालन कराया जाएगा। जिला सेवायोजन अधिकारी उत्तम कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर एक एसा सिस्टम डवलप किया जा रहा है जिससे कंपनियों में भर्तीयां निकलने और उसके अनुसार दक्ष लोगों को उसकी जानकारी मिलती रहे।
संस्थाओं से लिया जा रहा डाटा
जिलाधिकारी के निर्देश पर रोजगार देने वाले जितने भी विभाग या संस्थाएं हैं, उनसे समन्वय स्थापित करते हुए रोजगार से जुड़ी हुई जितनी योजनाएं हैं, उनकी एक बुकलेट तैयार की जा रही है। जिसमें किस रोजगार के लिए किस तरह की योग्यता की आवश्यकता है, उसका पूरा विवरण उसमें संकलन किया जा रहा है।
हरिद्वार में लगने वाले रोजगार मेले में 600 को मिलेगी नौकरी, तैयारियां हुई तेज
आईटीआई साकेत में 5 दिवसीय रोजगार मेला, पहले दिन 579 को मिले ऑफर लेटर
हरिद्वार में कोरोना वैक्सीन का आवागमन रहेगा सुरक्षित, मिला सुविधा युक्त वाहन
कुंभ-2021: बच्चों के लिए होंगी विशेष व्यवस्थाएं, सुरक्षा एवं अनुकूल वातावरण होगा उपलब्ध
गंगा के घाटों के रखरखाव की व्यवस्था नगर निकायों को सौंपने के साथ सौंदर्यीकरण पर दिया जोर