नवीन चौहान
उत्तराखंड सरकार ने अन्य राज्यों से 8 मई की रात तक 23,794 प्रवासियों को वापस लाया गया। आज शाम तक यह संख्या 30 हजार हो जाएगी। दूसरे राज्यों से उत्तराखण्ड आने के लिए 1,79,615 प्रवासियों ने पंजीकरण कराया है। उत्तराखण्ड में फंस गए दूसरे राज्यों के 21717 हजार लोगों ने वापस अपने राज्य जाने के लिए पंजीकरण कराया है, इनमें से 6378 को भेज दिया गया है।
अहमदाबाद, सूरत, पुणे के साथ ही केरल से भी प्रवासी लोगों को लाने के लिए ट्रेन के बारे में रेल मंत्रालय और संबंधित राज्य सरकारों से बात हुई है। व्यय भार उत्तराखण्ड सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। राज्य सरकार ने रेल मंत्रालय को 50 लाख रूपए एडवांस भी जमा करा दिया है। जो प्रवासी बाहर से उत्तराखंड में वापस लाए जा रहे हैं उनके स्वास्थ्य की जांच करायी जा रही है। बाहर से आने वाले लोग होम क्वारेंटीन का पूरा पालन करें, इसके लिए ग्राम प्रधानों को डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट में कुछ अधिकार दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, जो प्रवासी उत्तराखण्ड लौट कर आ रहे हैं, राज्य सरकार को उनके रोजगार की भी चिंता है। मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना को मंजूरी दी गई है। इसमें निर्माण और सेवा क्षेत्र में अपना काम करने के लिए ऋण व अनुदान की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार और भी अनेक योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।