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डीएवी पब्लिक स्कूल देहरादून ने 22 अगस्त को समिधा- एक अंतर-विद्यालयी विज्ञान कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य विषय ‘सोलर सैल- आज और कल’ था। यह विषय न केवल आज के समय में सोलर सेल के उपयोग को दर्शाता है, बल्कि इसके भविष्य को भी दर्शाता है, जब इन पैनलों का जीवन समाप्त हो जाता है, क्या हम इनके सही तरीके से निवारण के लिए तैयार हैं? यह एक ऐसा प्रश्न है जो जिज्ञासा पैदा करता है और विचारणीय है।
इस कार्यक्रम के लिए चौदह विद्यालयों ने पंजीकरण कराया। कार्यक्रम की शुरुआत डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल देहरादून के विद्यार्थियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ हुई। कार्यक्रम में मॉडल और पोस्टर मेकिंग, पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन और नुक्कड़ नाटक जैसी कई गतिविधियाँ थीं। इन गतिविधियों का उद्देश्य विद्यार्थियों में विश्लेषणात्मक बुद्धि और तर्क शक्ति को विकसित करना था।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर अनीता रावत व विशिष्ट अतिथि के रूप में डी.ए.वी. कॉलेज में प्राध्यापक पद पर कार्यरत डॉक्टर गुंजन पुरोहित उपस्थित रहे। निर्णायक मंडल के रूप में डॉक्टर गुंजन पुरोहित, डॉक्टर ओ.पी. नौटियाल व जी.आर. गंगवार उपस्थित रहें। इनके अतिरिक्त वीवीएम की राष्ट्रीय समन्वयक डॉक्टर मयूरी दत्त व डीआरडीओ के वैज्ञानिक डॉक्टर आर.पी. नौटियाल ने कार्यक्रम की शोभा को बढ़ाया।
इस कार्यक्रम में जहांँ कई ज्ञानवर्धक मॉडल देखने को मिले, वहीं प्रतिभागियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सौर ऊर्जा के उपयोग के लाभ और भविष्य में होने वाले नुकसान गिनाए। इतना ही नहीं, विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत ‘पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन’ सभी के आकर्षण का केंद्र रहे। इन गतिविधियों में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गए।
मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए समिधा को परिभाषित किया और इस तरह के अनूठे आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने C2(Clue, Capacity) R2 (Response, Reward) का सूत्र दिया जिसका अर्थ है सुराग, क्षमता, प्रतिक्रिया और पुरस्कार। उन्होंने इस आयोजन और जिस सोच के साथ इस आयोजन को आयोजित किया गया, उसकी खूब प्रशंसा की।
वी.वी.एम. की राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. मयूरी दत्त ने कार्यक्रम की थीम की प्रशंसा की तथा विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस कार्यक्रम को इस तरह के अभिनव विषय के साथ आयोजित करने के लिए प्राचार्या महोदया तथा विज्ञान विभाग की सराहना की। मुख्य अतिथि डॉ. गुंजन पुरोहित ने सोलर सैल की भूमिका, इसकी आवश्यकता पर जोर दिया तथा अपने प्रेरक शब्दों से विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
प्रधानाचार्या शालिनी समाधिया ने भी सभी टीमों के टीमवर्क तथा रचनात्मकता की प्रशंसा की। अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों से प्रश्न पूछते रहने तथा प्रश्न पूछकर अपने ज्ञान को बढ़ाने को कहा। उन्होंने विद्यार्थियों से ऐसे समाधानों के बारे में सपने देखते रहने को भी कहा, जो हमारी दुनिया को एक बेहतर स्थान बना सके।
विशेष अतिथि जी.आर. गंगवार तथा वाई.पी. सिंह नाटको, जी.सी.पंत तथा डॉ. ओ.पी.नौटियाल विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए मॉडलों व डॉ. गुंजन पुरोहित तथा उज्ज्वल भट्टाचार्य पीपीटी के निर्णायक थे। समग्र कार्यक्रम प्रभारी डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल देहरादून, पीजीटी भौतिकी के अध्यापक रोहित शर्मा थे, जिन्होंने दर्शकों के समक्ष तरंगों पर एक प्रयोग भी प्रदर्शित किया।
विभिन्न श्रेणियों में स्कूलों ने सराहनीय प्रदर्शन किया और कार्यक्रम का विश्लेषण जी.सी. पंत के द्वारा किया गया। वैज्ञानिक मॉडलिंग और पोस्टर मेकिंग में टीमों ने विभिन्न मापदंडों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। विषय-वस्तु में दून ग्लोबल स्कूल, दून हेरिटेज स्कूल और डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल देहरादून ने अन्य टीमों को पीछे छोड़ दिया। जबकि व्याख्या में द इंडियन अकादमी, दून ग्लोबल स्कूल और डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल ने दूसरों से बेहतर प्रदर्शन किया।
एक्टमेंट गतिविधियों में द इंडियन अकादमी, डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, डीएसबी इंटरनेशनल और मैक्स इंटरनेशनल ने कमाल किया। डीएसबी इंटरनेशनल, डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल देहरादून, एडिफाई वर्ल्ड स्कूल, हिमज्योति स्कूल और मैक्स इंटरनेशनल ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अच्छी व्याख्या की।
सभी टीमों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सभी गतिविधियों में टीम वर्क, समन्वय और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का समापन एक मधुर भजन के साथ हुआ। विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष वाई.पी. सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया तथा समिधा को इतना सफल शो बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।