नवीन चौहान
हरिद्वार। कुश्ती के खेल में चैंपियन कहे जाने वाले भाजपा विधायक प्रणव सिंह चैंपियन सियासी दांव पेंच में बुरी तरह उलझे हुये है। चार विधायकों का समर्थन लेकर पंचायत सदस्य सत्तार का विरोध कर रहे प्रणव चैंपियन इस बार अपनी गलती से उलटा फंसे है। खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैपिंयन को पार्टी की ओर से अनुशानहीनता का नोटिस मिला है। इस नोटिस में दस दिनों के भीतर चैंपियन से जबाव मांगा गया है। ये नोटिस मिशन सक्सेसफुल को हवा देने के चलते दिया गया है। वही चैंपियन के समर्थन में खड़े होने का दावा कर रहे चार भाजपा विधायक भी किनारा करते दिखाई पड़ रहे है। ऐसे मुश्किल हालत में कुश्ती के खेल के चैंपयन कहे जाने वाले प्रणव सिंह कौन सा दांव चलेंगे इस पर सभी की निगाहे टिकी है। पूरा मामला हरिद्वार पंचायत की तीन सदस्य समिति में आपसी विवाद के चलते हुआ है।
हरिद्वार पंचायत में खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन की धर्मपत्नी व पंचायत सदस्य कुंवरानी देवरानी चैंपियन और पंचायत सदस्य सत्तार व अमीलाल बाल्मीकि की तीन सदस्य समिति नामित की गई थी। इस समिति में सत्तार के कुछ बातों पर कुंवरानी देवरानी को आपत्ति थी। जिसके बाद ये विवाद बढ़ता ही चला गया। अपनी पत्नी के समर्थन में उतरे खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन ने मोर्चा खोल दिया। सत्तार व अमीलाल के खिलाफ नगर कोतवाली में तहरीर दे दी। इसके बाद वह भाजपा हाईकमान अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंच गये। जहां से लौटने के बाद उन्होंने फेसबुक पर मिशन सक्सेसफुल की पोस्ट डाल दी। इस पोस्ट को पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुये विधायक प्रणव चैंपियन को नोटिस थमा दिया। प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने बताया कि प्रथमदृष्टया उनके खिलाफ अनुशासनहीनता के पुख्ता सबूत मिले है। नोटिस में दस दिनों के भीतर जबाव दाखिल करने को कहा गया है।