नवीन चौहान
महाशिवरात्रि पर हरिद्वार में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने मां गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। आज अखाडों का पहला शाही स्नान भी है। ऐसे में प्रशासन ने सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की है। हरकी पैडी को सुबह 7 बजे से पहले ही अखाड़ों के स्नान के लिए खाली करा लिया गया। श्रद्धालु अब हरिद्वार के अन्य घाटों पर गंगा स्नान कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी पर डुबकी लगाकर भगवान शंकर का जलाभिषेक किया। सुबह 11:00 बजे से हरकी पैड़ी पर ब्रह्मकुंड में संतों का शाही होगा। संतों के स्नान शुरू होने पर हरकी पैड़ी के घाटों पर श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया।
दशनामी संन्यासी अखाड़ों के स्नान से पहले ही हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई। बुधवार देर रात से ही गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हरिद्वार में उमड़ गई। पुलिस को हरकी पैड़ी से लेकर हाईवे तक भीड़ से जूझना पड़ रहा है। सुबह 11:00 बजे से लेकर शाम 6:30 बजे तक दसनामी सन्यासी अखाड़ों के साधु संत महामंडलेश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्नान करेंगे। पुलिस प्रशासन का दावा है कि अखाड़ों के शाही स्नान से पहले 22 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं।
हरिद्वार स्नान के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए एसओपी का पालन करना अनिवार्य कराया गया है। बिना रजिस्ट्रेशन के आने वाले यात्रियों को बार्डर चेक पोस्ट से वापस भी भेजा गया। गंगा स्नान के लिए आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड टेस्ट की रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी संजय गुंज्याल, डीएम सी रविशंकर ने एसओपी का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये हैं।
पुलिस अधिकारी अपनी टीम के साथ गंगा घाटों पर नजर रखे हुए हैं। जल पुलिस भी सभी प्वाइंटों पर तैनात है। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सघन चेकिंग की व्यवस्था की गई है। बस अडडों और रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच के लिए भी डेस्क बनायी गई है।