नवीन चौहान.
गणतंत्र दिवस की मधुर बेला में डीएवी डिफेंस कॉलोनी के प्रांगण में आयोजित अदभुत कार्यक्रम में भगवान श्रीराम की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। स्कूल की प्रधानाचार्य शालिनी समाधिया ने अपने संबोधन में कहा कि डीएवी प्रबंधकृत समिति के प्रधान पदमश्री पूनम सूरी के निर्देशों का अनुपालन करते हुए डीएवी स्कूल शिक्षा, संस्कार, वैदिक ज्ञान के साथ राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत विद्वार्थियों को श्रेष्ठ नागरिक बनाने में जुटे है।
यह पर्व भारतीयों के लिए गौरवमयी
शालिनी समाधिया ने कहा कि गणतंत्र दिवस का यह पर्व भारतीयों के लिए गौरवमयी है। हमारे देश के सैनिकों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया और हमको आजादी दिलाई। देश की आजादी के बाद भारत के संविधान ने हमकों अपना तंत्र चुनने की ताकत दी। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा कि “हम जो भी काम करें, जो भी निर्णय लें, हमारी पहली कसौटी ये होनी चाहिए… उससे देश को क्या मिलेगा, देश को क्या लाभ होगा। राष्ट्र प्रथम- इससे बड़ा कोई मंत्र नहीं है।”अर्थात भारत के सभी नागरिकों के लिए देश सर्वोपरि है।
सभी विद्यार्थी भारत का भविष्य
प्रधानाचार्य शालिनी समाधिया ने कहा कि जैसा कि हम अपने संविधान के अधिनियमन और अपनाने के उपलक्ष्य में 75वें गणतंत्र दिवस 2024 की दहलीज पर खड़े हैं। इसके लिए सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने सभी सम्माननीय अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज, हम अपने देश की समृद्ध विरासत और लोकतांत्रिक भावना के गर्व और जश्न में एकजुट होते है।
स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि स्कूल के सभी विद्यार्थी भारत का भविष्य है। आप सभी को श्रेष्ठ नागरिक बनकर देश की सेवा करनी और भारत को विश्वगुरू बनाने में अपनी महती भूमिका अदा करनी हैं। गणतंत्र दिवस के इस पर्व के आयोजन को सफल बनाने के लिए स्कूल के समस्त शिक्षक, शिक्षिकाओं और स्टॉफ का आभार व्यक्त किया।