नवीन चौहान
उत्तराखण्ड के वीर सपूत राहुल रेंसवाल ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से मुकाबला करते मातृभूमि पर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीद राहुल रेंसवाल को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए है।
मूल रूप से उत्तराखंड के चम्पावत के रियासी वामनगांव गांव के रहने वाले 26 साल के राहुल रेंसवाल ने साल 2013 में देश की सेवा करने के लिए वर्दी पहनी। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में एक दिन पहले आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सिपाही राहुल रेंसवाल को सेना ने श्रद्धांजलि दी।
सिपाही राहुल रेंसवाल घेराबंदी एवं खोज अभियान टीम का हिस्सा थे। अभियान के दौरान आतंकवादियों की गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तुरंत 92 बेस अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। राहुल रेंसवाल (26) 2013 में सेना में शामिल हुए थे। उनके परिवार में पत्नी और एक बेटी है। राहुल रेंसवाल के पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव आयेगा। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।