नवीन चौहान.
सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में बस कामयाबी मिलने ही वाली है। अधिकारियों की मानें तो अब चंद कदम ही मजदूर रह गए हैं। इसके बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
मजदूरों को अंदर दूध और फल भी भिजवाए गए। उन्होंने अपने कपड़े भी बदले। डॉक्टरों ने उनसे बात कर उन्हें दवाईयां भी भिजवायी। अभी तक उन्हें केवल कैमरे से देखा जा रहा था, लेकिन बुधवार को उनके पास तक माइक्रोफोन भी पहुंचाया गया जिसके माध्यम से उनसे बात भी की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं उत्तरकाशी में मौजूद है। जैसे ही मजदूर बाहर निकलेंगे वह उनका कुशलक्षेम पूछेंगे। मजदूरों के लिए छह बेड का अस्थायी चिकित्सा कैंप भी बनाया गया है। डॉक्टरों की टीम मौके पर मौजूद है। यदि किसी मजदूर की हालत अधिक खराब होगी तो उसे एयर लिफ्ट कर हायर सेंटर पहुंचाया जाएगा।
उत्तरकाशी अस्पताल में 41 बेड सुरक्षित रखे गए हैं। अधिकारियों की टीम लगातार कार्य कर रही है। राहत कार्य में जुटे कर्मचारी अपने साथियों की सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अपने हौसले को कम नहीं होने दे रहे हैं।