नवीन चौहान
उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी गीता राम नौटियाल को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि गिरफ्तारी से बचने के लिए गीता राम नौटियाल ने खूब हाथ पैर मारे। लेकिन उनको चारों तरफ से निराशा हाथ लगी। एसआईटी ने पुख्ता सबूतों के आधार पर गीताराम नौटियाल के घर की कुर्की आदेश तक ले लिया। लेकिन इससे पूर्व ही आरोपी गीताराम नौटियाल खुद ही एसआईटी के सामने सरेंडर हो गया। जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी की।
उत्तराखंड में छात्रवृत्ति घोटाले की गर्माहट छाई हुई है। घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने करीब 13 कॉलेज संचालकों की गिरफ्तारी की तथा 12 कॉलेजों की जांच पूरी कर ली है। इसी क्रम में हरिद्वार के तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी गीता राम नौटियाल को एसआईटी ने आरोपी बनाया था। जिसके बाद पुलिस ने कानूनी शिकंजा कसा। लेकिन अपनी मजबूत पकड़ के चलते गीताराम नौटियाल कानूनी दांव पेंच दिखाता रहा। आखिरकार एसआईटी ने गीता राम नौटियाल की गिरफ्तारी कर ली है।
छात्रवृत्ति घोटाला
गरीब एससीएसटी छात्रों को निशुल्क शिक्षा के नाम पर दी जाने वाली छात्रवृत्ति कीे निजी शिक्षण संस्थानों ने डकार लिया। इस खेल में कमोवेश प्रदेश के तमाम कॉलेज शामिल हो गए। जिसके बाद जनहित याचिका के बाद इस छात्रवृत्ति के घोटाले की फाइल खुली तो कई सफेदपोश सलाखों के पीछे पहुंच गए।