नवीन चौहान
उत्तराखण्ड होमगार्डस की 65 महिलाएं एसएलआर चलाने में महारत हासिल कर चुकी है। होमगार्डस की महिला जवानों को फायरिंग करने के दौरान सटीक निशाना लगाने के लिए पुरूस्कार मिला है। उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार होमगार्डस की महिलाओं के हाथों में एसएलआर थमाई गई है। जिसका पूरा श्रेय आईपीएस/आईजी कमांडेंट जनरल होमगार्डस उत्तराखण्ड केवल खुराना को जाता है। जिनकी नई सोच एवं सार्थक पहल के चलते उत्तराखण्ड राज्य गठन के बाद पहली बार उत्तराखण्ड की 65 महिला होमगार्डस का SLR Rifle प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
होमगार्डस एवं नागरिक सुरक्षा मुख्यालय उत्तराखंड देहरादून में आत्मविश्वास से भरी एवं एसएलआर को चलाने और फायरिंग करने में दक्ष महिला होमगार्डस को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्रों का वितरण प्रशिक्षण समाप्ति के बाद किया गया। प्रशिक्षण में प्रथम स्थान HG 2184 पूजा रावत (हरिद्वार), द्वितीय स्थान HG 2151 वर्तिका शर्मा (हरिद्वार) एवं तृतीय स्थान HG 2204 सोनिया (हरिद्वार) ने प्राप्त किया। फायरिंग में प्रथम स्थान HG 1562 पुष्पा रावत (देहरादून) ने प्राप्त किया। सर्वप्रथम महिला होमगार्ड्स की सशस्त्र टुकड़ी द्वारा श्री केवल खुराना को सलामी दी गई। विभागीय अधिकारियों द्वारा श्री केवल खुराना का स्वागत पुष्पगुच्छ के साथ किया गया। श्री केवल खुराना द्वारा सभी महिला एस.एल.आर. प्रशिक्षित होमगार्ड्स की भूरी भूरी प्रशंसा की गई। कार्यक्रम के दौरान महिला होमगार्ड द्वारा अपने अनुभवों को भी साझा किया गया। इस अवसर पर डिप्टी कमांडेंट जनरल अमिताभ श्रीवास्तव एवं राजीव बलोनी, स्टाफ ऑफिसर डॉ राहुल सचान, जिला कमांडेंट नितिन काकेरवाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एसके. साहू एवं कई अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी भारी संख्या में उपस्थित थे।