शादाब अली, रुड़की। मंगलौर नगर पालिका अध्यक्ष पद के उम्मीदवार जुल्फिकार अंसारी ने पूर्व विधायक सरबत करीम अंसारी को झटका देते हुए बीएसपी का टिकट हासिल तो कर लिया, लेकिन जिस तरह से अब बीएसपी उम्मीदवार जुल्फिकार अली को लोगों का सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है। वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक सरबत करीम अंसारी ने डॉक्टर शमशाद को निर्दलीय ही मैदान में उतारकर जुल्फिकार अंसारी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जिसके साथ बीती रात जुल्फिकार अंसारी ने कस्बा मंगलौर में एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान व अन्य पदाधिकारी भी पहुंचे लेकिन बसपा उम्मीदवार जुल्फिकार अंसारी के द्वारा जितनी भीड़ जुट आनी चाहिए थी वह इतनी भीड़ नहीं जुटा पाए। जिसके साथ अब ऐसा लग रहा है कि कहीं बसपा ने शमशाद का टिकट काटकर कोई बड़ी गलती तो नहीं कर दी। क्योंकि चुनावी मैदान में जुल्फिकार अंसारी के साथ-साथ कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी इस्लाम भी मजबूत स्थिति में चुनाव लड़ रहे हैं। पहले वह नगर पालिका चेयरमैन भी रह चुके हैं और चौधरी इस्लाम जनता के बीच मैं उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों का हवाला दे रहे हैं। चौधरी इस्लाम का कहना है कि जितना विकास उनके कार्यकाल में हुआ है शायद ही किसी चेयरमैन के कार्यकाल में विकास हुआ होगा। क्षेत्रीय विधायक काजी निजामुद्दीन का भी समर्थन चौधरी इस्लाम को प्राप्त है। काजी निजामुद्दीन कस्बे में एक अच्छी पकड़ रखते हैं।