नवीन चौहान, हरिद्वार। प्रदेश के पर्वती क्षेत्रों में बदले मौसम के मिजाज का असर प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी देखने को मिला। जिसके चलते मैदानी इलाकों में बारिश हुई और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बारिश के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जहां बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी वहीं किसानों के लिए बारिश कहर बनकर आई। बारिश के कारण गेहूं की फसल का काफी नुकसान हुआ।
यूं तो रविवार से ही तीर्थनगरी हरिद्वार में मौसम ने करवट बदल ली थी। जिसके चलते रविवार की सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। सुबह बरसात के बाद मौसम साफ हो गया। सोमवार की सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए रहे और दोपहर तक जमकर बारिश हुई। बारिश में कारण पारा लुढ़क गया और लोगों को गर्मी से राहत मिली।
लोंगों को भले ही बारिश के कारण गर्मी से राहत मिल गई, किन्तु किसानों के लिए बारिश किसी कहर से कम साबित नहीं हुई। बारिश के कारण खेतों में खड़ी किसानों की फसल को बारिश ने खासा नुकसान पहुंचाया। सबसे अधिक नुकसान खेतों में पड़ी कटी फसल का हुआ। वहीं तेज हवा चलने के कारण खेतों में खड़ी फसल बारिश के कारण गिर गई। किसान जयपाल, मोहल्लड़, राजकुमार आदि का कहना था कि बारिश के कारण उनकी साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया। राजकुमार की फसल जहां तेज हवा के चलने से गिर गई वहीं मोहल्लड़ के खेत में पड़ी कटी फसल को भी काफी नुकसान हुआ। बारिश भले ही आम आदि फसलों के लिए अच्छी साबित हुई, किन्तु गेहूं की फसल को बारिश ने खासा नुकसान पहुंचाया। फिलहाल जिस प्रकार से मौसम का मिजाज दिखाई दे रहा है उससे मंगलवार को भी बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टी व बर्फवार की भी खबर है।