बैंककर्मी ने बचपन के दोस्त के साथ मिलकर की डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी, गिरफ्तार




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नवीन चौहान
स्टेट बैंक आफ इंडिया के एक कर्मचारी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर ग्राहकों की जमा एफडी आर की करीब डेढ़ करोड़ की रकम फर्जी हस्ताक्षर बनाकर गबन कर दी। रकम को अपने रिश्तेदारों और दोस्त के खाते में डलवाया गया। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह के निर्देशन मे हुई पुलिस के दौरान पुलिस ने तमाम सबूतो को जुटाया और आरोपी बैंककर्मी और उसके दोस्त को विजिलेंट कोर्ट में सरेंडर करने को विवश कर दिया। वही आरोपी के मित्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस निष्पक्ष विवेचना से जनता का भरोसा पुलिस पर मजबूत हुआ। इसी के साथ गरीब पीड़ित ग्राहकों को भी इंसाफ मिलने की उम्मीद जगी है।
स्टेट बैंक आफ इंडिया लालढांग,श्यामपुर हरिद्वार के शाखा प्रबंधक हर्ष तिवारी पुत्र निर्धीष तिवारी ने थाना श्यामपुर में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। बताया कि आरोपी विभोर चंद्र पुत्र केशव चंद्र निवासी 29 टाइप 4 बीएचईएल, रानीपुर ने बैंक की एफडीआर में फर्जीबाड़ा करते हुए करीब डेढ़ करोड़ की रकम का गबन किया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी विभोर चंद्र ने पुलिस के पुख्ता सबूत जुटाने तक गिरफ्तारी नहीं करने का आदेश हासिल कर लिया। पुलिस ने जब विवेचना प्रारंभ की और आरोपी के खातों को खंगाला तो सबूतों की कड़िया मिलनी शुरू हो गई। आरोपी विभोर चंद्र ने अपने बचपन के एक मित्र गैरी टंडन पुत्र महेंद्र कुमार निवासी जे—191 शिवालिक नगर थाना रानीपुर की मिलीभगत से गबन करने की पुष्टि हुई। इस प्रकरण की विवेचना में उप निरीक्षक राकेश खंडूरी और उप निरीक्षक पीएस रावत साक्ष्यों का संकलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके चलते आरोपियों के खिलाफ सबूतों को जुटाया जा सका।