नवीन चौहान.
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने सुशासन दिवस के अवसर पर राजभवन में उत्कृष्ट जिलाधिकारी पुरस्कार-2022 से पांच जिलाधिकारियों को सम्मानित किया। यह सम्मान जिलाधिकारियों को किन कार्यों के लिए दिया गया यह भी जानिए—
हरिद्वार जनपद के जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय पूर्व में कई दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। अब वह जिलाधिकारी हरिद्वार के पद पर कार्यरत हैं, इनके द्वारा कोविड लॉकडाउन के बाद पहली बार प्रारम्भ हुई काँवड़ यात्रा का जिस प्रकार सुचारु रूप से प्रबंधन किया गया उसके लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया। घाटों कि सफाई के लिए द्वारा चलाए गए अभियान के कारण हरिद्वार को गंगा टाउन में सर्वश्रेष्ठ पुरुस्कार भी माननीय राष्ट्रपति के हाथों प्राप्त हुआ है।
नैनीताल के जिलाधिकारी धीरज गर्ब्याल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये जहां भी कार्यरत रहे आपने सामूहिक जनभागिता के साथ नए प्रयोग करते हुए कई क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल की है, सेब उत्पादन को लेकर आपके प्रयास एवं पर्यटन के क्षेत्र में रोजगारपरक योजनाओं को जिले में लागू करने का श्रेय भी आपको दिया जाता है।
डॉ आशीष चौहान, वर्तमान जिलाधिकारी पौड़ी, पूर्व में पिथौरागढ़ जनपद में तैनात थे। इनके द्वारा बेडू के उत्पादों के लिए महिला स्वयं सहायता समूह के साथ किए गए प्रयासों की स्वयं प्रधानमंत्री जी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में सराहना की थी। जिसके पश्चात यहाँ राजभवन में हमने भी आपकी पूरी टीम का सम्मान किया था।
मयूर दीक्षित, आपके द्वारा पूर्व में जिलाधिकारी उत्तरकाशी के पद पर रहते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने, सुदूर इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए एवं वर्तमान में भव्य केदारपुरी के पुनर्निर्माण को सही गति से संचालित करने के लिए सराहा जा रहा है। अभी सम्पन्न हुई सफल केदारनाथ यात्रा के प्रबंधन में भी आपका अतुलनीय योगदान रहा है।
हिमांशु खुराना, चमोली जिलाधिकारी के रूप में आपके द्वारा जिस प्रकार सभी यात्रियों की सुख सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए श्री बद्रीनाथ धाम एवं श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा का सफल प्रबंधन किया गया। श्री बद्रीनाथ धाम मास्टर प्लान के निर्माण कार्यों को समय पर व सुचारु रूप से सम्पन्न करवाने में भी आप महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।