अनुज दुल्हैड़ा.
हाइवे पर टोल बचाने के चक्कर में दूसरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालक गांवों के रास्तों से होकर निकलते हैं जिस कारण गांवों के रास्ते टूट रहे हैं और हर समय हादसे का अंदेशा बना रहता है।
गांव दुल्हैड़ा चौहान में मुख्य रास्ते पर दिनरात वाहन निकलते रहते हैं। ये वाहन वहीं होते हैं जो सिवाया टोल प्लाजा पर टोल देने से बचने के लिए इधर से आते हैं। इन वाहनों की वजह से गांवों में बच्चों का भी घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं होता।
इस समय स्कूल खुल गए हैं, ऐसे में इस रास्ते पर पड़ने वाले स्कूली बच्चों को स्कूल आते जाते समय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कई बार इसका विरोध भी किया लेकिन कोई हल नहीं निकला। कई बार वाहन चालकों से ग्रामीणों की कहासुनी भी हो चुकी है।
ग्रामीण अमित और प्रशांत का कहना है कि रात में भी वाहन गांव के रास्ते से होकर निकलते हैं। ऐसे में हर समय दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है। टोल अधिकारियों का कहना है कि वाहन चालक टोल बचाने के लिए इधर उधर से गांव के रास्ते से निकलते हैं, जिससे ग्रामीणों को परेशानी होती है। वाहन स्वामियों को इस बारे में जागरूक भी किया जाता है लेकिन ऐसे लोगों की संख्या रोजाना सैकड़ों में है जो टोल बचाने के लिए संपर्क मार्गों से निकलते हैं।