भाई लोगों मुझे माफ करना और पंखे से झूल गया




नवीन चौहान
मेरठ से हरिद्वार आए एक व्यक्ति ने आश्रम के कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पूर्व व्यक्ति ने दो लाइन का एक सुसाइड नोट लिखा। आधार कार्ड के आधार पर पुलिस ने मृतक की शिनाख्त की। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। घटना नगर कोतवाली क्षेत्र की है।
यूपी के मेरठ शास्त्री नगर निवासी लज्जाराम 47 साल पुत्र गंगादास शुक्रवार को हरिद्वार आया। लज्जाराम ने उत्तरी हरिद्वार के शांति निकेतन आश्रम में कमरा ले लिया। रविवार की सुबह जब कमरे का दरवाजा नही खुला तो आश्रम के लोगों को शक हुआ। आश्रम प्रबंधक की ओर से पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही सप्तऋषि चौकी इंचार्ज पवन डिमरी पुलिस बल के साथ आश्रम पहुंचे। पुलिस ने बंद कमरे का दरवाजा तोड़ा तो लज्जाराम पंखे से लटका हुआ मिला। पुलिस ने मृतक के शव को पंखे से नीचे उतारा और कमरे की तलाशी ली। कमरे से दो लाइन का एक सुसाइड नोट मिला। नगर कोतवाली के कार्यवाहक प्रभारी डीएस रावत ने बताया कि मृतक की शिनाख्त उसके आधार कार्ड के आधार पर लज्जाराम के रूप में हुई है। सुसाइड नोट में लिखा है कि भाई लोगों मुझे माफ करना, मैं आपके पैंसे नहीं दे पाया। इस बात से ये साफ जाहिर कि लज्जाराम कर्ज में डूबा था। पुलिस ने शव को मोर्चरी में भिजवा दिया हैं। परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जायेगी। लज्जाराम पर किस प्रकार का कर्ज था। और वह क्या काम करता था, ये तमाम जानकारी परिजनों के पहुंचने के बाद ही साफ हो पायेगी। —–



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