हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत मोहन दास गायब होने का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। अब मोहन दास के गायब होने के मामले की सीबीआई जांच की मांग उठने लगी है। मोहन दास को गायब हुए सात साल हो चुके है, लेकिन आज तक उनका कुछ पता नहीं चल पाया है।
बड़ा अखाड़ा के महंत दुर्गादास महाराज ने केंद्र और राज्य सरकार से महंत मोहनदास के लापता के मामले की जांच की सीबीआई से करने की मांग की। संतों ने अन्य आश्रम व अखाड़ों में हो रही आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग करने के साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आपराधिक घटनाओं पर रोक नहीं लगी और मोहन दास का पता नहीं लगा तो संत समाज अंदोलन करने के मजबूर होगा।
बताते चलें कि पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के महंत मोहन दास बीते 14 सितंबर 2017 ट्रेन से हरिद्वार से मुंबई के लिए निकले थे, लेकिन न तो मुंबई ही पहुंचे और न ही उनका कुछ पता चला। इस घटना हुए सात साल हो चुके है, लेकिन आज तक महंत मोहन दास को कुछ पता नहीं चल पाया है। इसीलिए अब श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन महंत दुर्गादास महाराज ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। महंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि वो समय-समय पर सरकार के सामने इस तरह की मांग को उठाते रहे है, लेकिन फिर भी इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यदि जल्दी ही सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो संत समाज आंदोलन करेगा। हरिद्वार में इसी तरह के कई कांड हो चुके है। संतों की हत्या हो रही है। इसकी जांच होनी चाहिए और पुलिस को पूरे मामले का पर्दाफाश करना चाहिए।
महंत दुर्गादास महाराज का कहना है कि उन्होंने हरिद्वार कुंभ में भी महंत मोहन दास के गायब होने के मुद्दा उठाया था। इसके बाद फिर से प्रयागराज कुंभ में भी ये मामला उठाया जाएगा। बता दें कि मोहन दास के गायब होने के बाद तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीबीआई जांच की बात की थी, किंतु उस समय संतों ने मना कर दिया था
वही मजेदार बात ये है कि हरिद्वार में कई संत भेष में अपराधी बैठे हैं, जिनमें से कई भगवाधारियों के मामले सार्वजनिक भी हो चुके है। बावजूद इसके कोई भी भगवाधारी ऐसे अपराधियों के खिलाफ करवाही की मांग नहीं करता।