नवीन चौहान
देहरादून के दरबार साहिब में ऐतिहासिक 105 फीट ऊंचे झंडे जी का आरोहण के दौरान ध्वज दंड टूट गया। यह हादसा उस वक्त हुआ जब आरोहण के समय अचानक बारिश आ गई। बारिश के कारण आरोहण के अंतिम क्षणों के दौरान लकड़ी की कैंची टूट गई। जिसके कारण ध्वज दंड टूट गया। इस घटना के बाद हालात को देखते हुए महंत देवेंद्र दास जी महाराज के आह्वाहन पर व्यवस्था संभाली गई।
शुक्रवार को सुबह पहले झंडे जी को उतारने का कार्यक्रम शुरू हुआ। दरबार साहिब के महंत देवेंद्र दास जी महाराज की उपस्थिति में श्री झंडे जी को दही, घी, गंगाजल और पंचामृत से स्नान कराया गया। झंडे जी के दर्शन करने के लिए देश विदेश से लाखों की संख्या में संगतों का जनसैलाब उमड़ा रहा। इस बार झंडे जी के ध्वज दंड को बदला गया। श्री दरबार साहिब के वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी भूपेंद्र रतूड़ी के मुताबिक परंपरानुसार, हर तीन साल में झंडे जी के ध्वज दंड को बदला जाता है। इस बार ध्वज दंड 105 फीट का था जो अब तक का सबसे बड़ा ध्वज दंड था।