नवीन चौहान
हरिद्वार। गरीबों को बसाने के लिए पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन प्रेषित कर गुहार लगाई हैं। उन्होंने हरिद्वार में एक गरीब व्यक्ति की मौत पर चिंता जताई हैं।
पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने कहा कि हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में हजारों लोग भूमि और व्यवसाय स्थल न होने से विभिन्न विभागों की भूमि पर काबिज है और रह रहे हैं तथा व्यवसाय कर रहे हैं। इस समस्या पर विभिन्न उच्च न्यायालय ने विकल्प देने का निर्णय सुनाया और चित्रा टॉकीज के सामने खोखे वालों की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय ने भी विकल्प का आदेश दिया। परंतु ऐसा प्रतीत होता है कि गरीबों की आवाज सरकार और प्रशासन के कानों तक नहीं पहुंचती, इसीलिए चित्रा टॉकीज के सामने चाय का व्यवसाय करने वाले कमल शर्मा की दुखद आत्महत्या का समाचार सुनने को मिला। विधायक ने बताया कि इस संबंध में 18 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि ऐसे लोगों को अस्थाई और कुछ समय में बाद स्थाई विकल्प की व्यवस्था की जाए। पत्र की प्रतिलिपि नगर विकास मंत्री, आयुक्त गढ़वाल, मेला अधिकारी कुंभ, जिलाधिकारी हरिद्वार को प्रेषित की गई थी। परंतु लगता है कि सरकार और प्रशासन गरीबों की समस्या पर विचार करना नहीं चाहता। अफसोस की बात यह है कि तथाकथित यात्रियों के लिए तो सरकार और प्रशासन पलक पावडे बिछा रहे हैं। परंतु नगर निगम सीमा के अंदर गरीबों की समस्या पर कोई विचार करने को तैयार नहीं।