साइबर वित्तीय हेल्पलाइन 1930 का एक साल, साइबर ठगों से बचाए दो करोड़ रूपये




नवीन चौहान.
उत्तराखंड में साइबर हैल्प लाइन का गठन किये हुए आज पूरा एक साल हो चुका है। इस एक साल में साइबर सैल की टीम ने देश के अलग अलग हिस्सों में जाकर साइबर ठगों को पकड़ा है। इस एक साल में साइबर सैल 2 करोड़ से अधिक की धनराशि को ठगों से बचा चुका हैंं

मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देशों के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगने वाले पर सख्त कार्यवाही के लिए पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को दिशा निर्देश दिए गए जिसपर स्पेशल टास्क फ़ोर्स द्वारा जहाँ देश भर से संदिग्ध अभियुक्तों को पकड़ा जा रहा वहीं रोज़ आम जान मानस की मेहनत की कमाई को बचाया जा रहा।

भारत सरकार द्वारा पूर्व में वित्तीय साईबर शिकायतों हेतु 155260 (वर्त्तमान 1930) हेल्पलाईन नबंर का संचालन किया जा रहा था। उत्तराखण्ड राज्य द्वारा हेल्पलाईन नबंर का शुभारम्भ 17 जून 2021 को मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था। जिसमें इस एक वर्ष में कुल 7723 शिकायतें दर्ज हुई है और वित्तीय साईबर हेल्पलाईन की मदद से आम-जनमानस के करीब 2.11 करोड़ रूपये की धनराशि को बचाया जा सका है। पूरे प्रदेश में जनता को साईबर हेल्पलाईन की मदद से वित्तीय धोखाधड़ी की सूचना देने/ धोखाधड़ी से हुए आर्थिक नुकसान को बचाने में बहुत सहायता मिली है ।

अब गृह मंत्रालय द्वारा 155260 को संशोधित करते हुए एक नवीन नंबर 1930 संचालित किया गया है जिस पर आम-जनमानस वित्तीय साईबर अपराधों की शिकायत कर रहे हैं। प्रभारी स्पेशल टॉस्क फोर्स द्वारा जनता से अपील की गयी है कि सभी लोग बढ़ चढ़कर इस हेल्पलाईन नंबर 1930 का प्रचार-प्रसार करें, जिससे समाज के हर वर्ग के व्यक्तियों को साईबर अपराध से लड़ने हेतु जागरूकता प्राप्त हो सके तथा अतिशीघ्र वित्तीय सहायता प्राप्त हो व साईबर अपराधों की रिपोर्टिंग हो सके। साइबर वित्तीय हेल्पलाइन को 112 से भी जोड़ा जा चुका है जिससे पूरे प्रदेश के लोगों को वित्तीय साइबर शिकयत करने में सहूलियत हो रही है।

प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है, कि वे ऑनलाइन सामान की खरीददारी करते हुये अधिकृत वेबसाइट से ही सामान खरीदे व किसी भी प्रकार के लोभ लुभावने अवसरों/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने वाले अंंजान अवसरों के प्रलोभन में न आयें। किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिंग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्कं करें।



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