मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की योजना पहाड़ पर वरदान, कोविड मरीजों ​को जीवनदान





नवीन चौहान
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की योजना पहाड़ के लिए वरदान साबित होगी। दूरस्थ पहाड़ी इलाकों में निवास करने वाले गरीबों को आक्सीजन मिलने से कोरोना संक्रमण काल में जीवनदान मिलेगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिला अस्पताल गोपेश्वर में 45.90 लाख लागत से स्थापित 200 एलपीएम आक्सीजन जनरेशन प्लांट का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। ऑक्सीजन प्लांट लगने से जिला अस्पताल के सभी बेड तक निर्वाध रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो गई है।

कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि राज्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत, बदरीनाथ विधायक महेन्द्र प्रसाद भट्ट, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट एवं अन्य जनप्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, सीडीओ हंसादत्त पांडे, सीएमओ डॉ एमएस खाती, सीएमएस डॉ जेएस चुफाल, अधिशासी अभियंता आरडब्लूडी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने स्थानीय विधायकों, जनप्रतिनि​धियों, अधिकारियों एवं समस्त जनपद वासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोविड के दृष्टिगत स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सभी संशाधन जुटाए जा रहे है और जहाॅ पर जो भी आवश्यकता है उसको पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में प्लांट शुरू होने से यहां पर भर्ती होने वाले मरीजों को इसका लाभ मिलेगा।
राज्यमंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने कहा कि सीमांत जनपद चमोली के जिला अस्पताल में 200 एलपीएम क्षमता का प्लांट एक वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि अब मरीजों को यहां से रेफर करके हायर सेंटर भेजने की जरूरत नही पडेगी। बताया कि कर्णप्रयाग में भी आॅक्सीजन प्लांट स्वीकृत हो गया है और जल्द यहाॅ पर भी आॅक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड से निपटने के लिए वैक्सीन की कोई कमी नही है और वैक्सीनेशन का कार्य भी सुचारू ढंग से चल रहा है। राज्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिले के दर्जनों स्वास्थ्य केन्द्रों का स्वयं निरीक्षण किया है और कही पर भी कोई कमी नही रखी गई है। जहाॅ पर जो भी आवश्यकता है उसको पूरा किया जा रहा है। इस महामारी में सरकार जनता के साथ है। जनपद के प्रभारी मंत्री ने कहा कि उन्होंने जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण भी किया है। बताया कि रैणी गांव में आपदा से क्षतिग्रस्त पुल के पुर्ननिर्माण हेतु 6 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है और इसके टेंडर भी हो गए है। साथ ही भंग्यूल गांव को जोड़ने के लिए 4 किलोमीटर सड़क भी स्वीकृत की गई है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *