नवीन चौहान.
प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 को पूरी करने की मांग को लेकर निदेशालय में विगत 21 दिनों धरना दे रहे डायट डीएलएड प्रशिक्षितों ने आज विधानसभा कूच किया। प्रशिक्षित हाथ में काली पट्टी बांधकर बन्नू इंटर कॉलेज से नंगे पैर चलकर विधानसभा की ओर कूच किया लेकिन उन्हें
पुलिस ने विधानसभा से पहले ही रोक लिया।
डायट संघ सचिव हिमांशु जोशी ने बताया कि हम डायट डीएलएड प्रशिक्षितों की प्राथमिक शिक्षक भर्ती कुछ तथाकथित संगठन के कारण माननीय उच्च न्यायालय में लंबित है। हमारी मांग है कि सरकार व विभाग इसपर त्वरित संज्ञान लेकर महाधिवक्ता से उच्च न्यायालय में डायट वादों की ठोस पैरवी करवाये ताकि भर्ती शीघ्र अति शीघ्र पूरी करें। कहा कि डायट संगठन तब तक यहां से नहीं उठेगा जब तक सरकार पक्ष स्वयं संज्ञान लेने हमारे पास नहीं पहुंचता।
विधानसभा रैली में आप पार्टी प्रदेश प्रवक्ता उमा शिसौदिया ने रैली में डायट प्रशिक्षितों के साथ चलकर अपना पूर्ण समर्थन दिया। उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि शिक्षा जैसा मुद्दा सरकार की प्राथमिकता में होना चाहिए था परंतु ये सरकार की असफलता ही कही जाएगी कि तीन तीन मुख्यमंत्री बदल जाने के उपरांत और 5 वर्ष बीत जाने के कारण भी डायट प्रशिक्षितों को नियुक्ति नहीं दी गयी। कहा कि जो शिक्षक विद्यालयों में होने चाहिए थे वे सड़कों पर भटकने के लिए मजबूर है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रकाश दानू बताया कि हम डायट से दो वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षित हैं। जिन्होंने दिसम्बर 2019 में अपना विभागीय प्रशिक्षण पूर्ण किया था। आज तक के इतिहास में कभी भी डायट से प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षित घर पर बेरोजगार नहीं बैठा अपितु प्रशिक्षण के 6 माह के उपरांत उन्हें नियुक्ति मिल जाती है। परंतु हमारा 2017-19 बैच ही अकेला बैच है जिसे 19 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी नियुक्ति नहीं मिल रही।
प्रशिक्षित तनुजा नेगी ने बताया कि विगत 2 दिन पहले शिक्षा मंत्री जब नवोदय विद्यालय नन्नूरखेरा में आए थे तो डायट डीएलएड की महिला प्रशिक्षितों ने शिक्षा मंत्री को राखी बांधकर अपनी नियुक्ति की मांग की थी। तब शिक्षा मंत्री ने हमें आश्वासन दिया था कि 1 सितम्बर को होने वाली सुनवाई में हम सारे न्यायालयी प्रकरणों को बंच करके सुनवाई पूरी करने का प्रयास करेंगे। ताकि जल्द से जल्द प्राथमिक शिक्षक भर्ती को पूर्ण करके डायट डीएलएड प्रशिक्षितों को नियुक्त प्रदान की जा सके।