विकास कोठियाल
सोमवती अमावस्या पर इस बार हरिद्वार में हरकी पैडी समेत अन्य सभी घाट सूने रहे। जिला प्रशासन द्वारा बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर भी पूरी तरह रोक लगा रखी थी। एक दिन पहले ही हरिद्वार जनपद की सभी सीमाएं सील कर दी गई थी। डीएम एसएसपी स्वंय ही व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे थे। हरकी पैडी पर भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए थे।
ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ जब सोमवती अमावस्या पर हरकी पैडी समेत गंगा के किसी भी घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं थी। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने इस संंबंध में दो दिन पहले ही दिशा निर्देश जारी कर दिये थे।
दूसरे राज्यों से अस्थि विर्सजन करने आने वाले लोगों को भी हरिद्वार आने की अनुमति नहीं दी गई थी। पुलिस प्रशासन ने पहले ही जनपद की सभी सीमाएं सील कर दी थी। जनपद की सीमाओं पर कड़ी निगरानी की जा रही थी।
पुलिस प्रशासन ने चेतावनी दी थी कि यदि कोई व्यक्ति दूसरे राज्य से आता है तो उसे 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा। क्वारेंटाइन अवधि का समस्त खर्चा आने वाले से ही लिया जाएगा। इसलिए कहा गया था कि कोई भी दो दिन हरिद्वार न आए। इस बार कांवड यात्रा भी नहीं हो सकी। हरिद्वार में गंगा जल लेने के लिए एक भी कांवड़ियां नहीं पहुंचा, जब हर साल यह संख्या एक करोड़ से अधिक रहती थी।